नगर के गोंदिया रोड स्थित राम मनोहर लोहिया चौक में देर शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब वहां सड़कों पर आवारा घूम रहे मवेशियों की अचानक आपस में लड़ाई शुरू हो गई ।हालांकि कुछ मवेशियों की लड़ाई थोड़ी देर में ही समाप्त हो गई ।लेकिन दो मवेशी लंबे समय तक अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़ते रहे। जिनकी इस लड़ाई से जहां एक ओर लोहिया चौक में कुछ देर के लिए यातायात जाम हो गया, तो वहीं मवेशियों की लड़ाई इतनी अधिक तेज हो गई की इस लड़ाई में लोगों की जान पर बन आई और लोग अपनी जान को बचाते इधर-उधर भागते दिखाई दिए।
राहगीर को सिंग मारकर किया घायल
देर शाम राम मनोहर लोहिया चौक में मवेशियों के बीच शुरू हुई लड़ाई के दौरान एक राहगीर लंबे समय तक जाम में फंसा रहा।मौका देख जैसे ही वह अपनी मोटरसाइकिल लेकर आगे बड़ा वैसे ही आपस में लड़ रहे दोनों मवेशियों ने उस राहगीर को सिग मारकर बाइक से नीचे गिरा दिया और लगातार उसपर हमला करने लगे।इसी बीच स्थानीय लोगों की मदद से उस बाइक सवार युवक को बचाया गया। तो वही मवेशियों को वहां से खदेड़कर यातायात व्यवस्था सुचारू बनाई गई। आपको बताएं कि इन दिनों आवारा मवेशियों ने सड़कों को ही अपना अड्डा बना रखा है जिस पर नगर पालिका का कोई ध्यान नहीं है और ऐसे हादसे नगर में आए दोनों देखने को मिलते रहते हैं।
जहां तहां सड़कों पर घूम रहा आवारा मवेशियों का झुंड
नगर में इन दिनों आवारा पशुओं की संख्या में भारी इजाफा देखा जा रहा है बीच सड़क पर खड़े होकर सब का रास्ता रोक देना पशुओं के लिए आज आम बात हो गई है चाहे दिन हो या रात यह आवारा मवेशी अक्सर सड़कों पर खड़े ही नजर आते हैं। आप चाहे शहर के किसी भी मार्ग पर चले जाइए आपको आवारा पशुओं का झुंड सड़कों के बीचो बीच बैठा नजर आ ही जाएंगा। शहर में बेखौफ होकर घूम रहे आवारा मवेशी जहां एक ओर यातायात व्यवस्था पर खासा असर डाल रहे हैं तो वहीं यमदूत बनकर दुर्घटनाओं को न्यौता देते भी नजर आ रहे हैं।आप शहर के विभिन्न मार्गो में आवारा पशुओं के झुंड को धमाचौकड़ी कर तांडव मचाते देख सकते हैं यह आवारा पशु आवागमन करने वाले राहगीरों के लिए मुसीबत बन गए हैं। शहर में पिछले कई वर्षों से काँजीहौस नहीं है वहीं नगर पालिका की हाका गैंग भी नजर नहीं आ रही है किसी की रोक टोक न होने और कोई भी कार्यवाही ना होने के चलते पशु मालिक इस बात का फायदा उठाकर अपने मवेशियों को आवारा सड़को पर छोड़ रहे हैं। वही पशु मालिकों पर कार्रवाई ना होने का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
मानव के साथ साथ मवेशी भी हो थे दुर्घटना के शिकार
बालाघाट जिले के नगरीय क्षेत्र की सड़कों पर विचरण करते आवारा मवेशी न सिर्फ स्वयं की जान के दुश्मन बने हुए बल्कि इनसे मानव जीवन पर भी प्रभाव पड़ रहा है। आवारा मवेशियों के कारण सड़क पर लगातार सड़क दुर्घटनाएं घटित हो रही है। जिसमें मवेशियों की मौत होने के साथ ही मानव भी या मौत का शिकार हो रहे है या फिर गंभीर रुप से घायल हो रहे है। हालांकि नगर पालिका प्रबंधन इन आवारा मवेशियों पर नकेल कसने की बात लगातार कहता नजर आता है, लेकिन नपा की ये कोशिश नाकाफी ही साबित हो रही है और सड़कों पर झुंड में बैठे या फिर विचरण कर रहे ये मवेशी सड़क दुर्घटनाओं को आमत्रंण दे रहे है।
इन मार्गों को मवेशियों ने बनाया अपना अड्डा
वैसे तो शहर के सभी मार्गो में आप इन आवारा मवेशियों को आराम फरमाते देख सकते हैं लेकिन शहर के बाईपास, शहर के बस स्टैंड, काली पुतली चौक, मेन रोड ,गुजरी बाज़ार,जय स्तंभ चौक, अंबेडकर चौक अस्पताल रोड, भटेरा चौकी, बूढ़ी मार्ग, वारासिवनी रोड, हनुमान चौक ,सब्जी मंडी ,सरेखा बाई पास, व गोंदिया रोड सहित अन्य चौक चौराहों व मार्गों पर इन दिनों आवारा मवेशियों का झुंड यातायात व्यवस्था को बाधित करता नजर अक्सर नजर आ जाता है।जिससे राहगीर काफी परेशान हैं।
यातायात व्यवस्था पर पड़ रहा व्यापक असर
आवारा पशुओं के जमघट के कारण शहर के विभिन्न चौक चौराहों व अन्य मार्गों पर यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है यह आवारा मवेशी जहां ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं तो वहीं बीच सड़क में आराम फरमाने के कारण यातायात पर बुरा असर पड़ रहा है राहगीरों द्वारा भगाने पर भी मवेशी अपनी जगह से टस से मस नहीं होते।
दुर्घटनाओं की बढ़ी आशंका
यू तो इन आवारा पशुओं ने सड़को को ही अपना ठिकाना बना रखा है लेकिन पशुओं के इन ठिकानो में वाहन चालकों की मुसीबत काफी बढ़ा दी है कई जगह आवारा पशु वाहन के एकाएक सामने आ जाते हैं इस कारण वाहन चालकों अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है जिससे दुर्घटना की आशंका और बढ़ जाती है।
धमाचौकड़ी कर मचा रहे तांडव
बेखौफ आवारा मवेशी सड़कों पर झूड बना कर घूम रहे हैं जो बीच सड़क में कभी भी लड़ाई कर तांडव मचाते नजर आ रहे हैं जिसके चलते आम नागरिकों को वाहन चलाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं दुर्घटना होने की आशंका भी काफी बढ़ गई है।
कहां गई हाका गैंग
आपको बताए कि नगर में कांजी हाउस की व्यवस्था नहीं है चाह कर भी लोग इन आवारा मवेशियों से छुटकारा नहीं पा रहे हैं वहीं नगर पालिका द्वारा आवारा मवेशियों को खदेडने के लिए हाका गैंग बनाई गई थी जो आवारा मवेशियों को सड़कों से खदेड़ने और उन्हें गौशाला तक पहुंचाने का कार्य करती थी। लेकिन नगरपालिका की हाका गैंग भी अब नजर नहीं आ रही है। जिसका खामियाजा राह चलने वाले राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है।
कल से शुरू करते हैं कार्यवाही -श्रीवास्तव
इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी निशांत श्रीवास्तव ने बताया कि हाका गैंग बंद नहीं की गई है बल्कि उन्हें दूसरा काम सौंप दिया गया है। इसीलिए आवारा मवेशियों पर कार्यवाही नहीं बंद है। उन्होंने आगे बताया कि बहुत दिनों से आवारा मवेशियों की शिकायत भी नहीं मिल रही थी इसीलिए उन कर्मचारियों को दूसरा काम दे दिया गया था। आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया है कल की कल आवारा मवेशियों की धड़पकड़ कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।