मुख्य बातें
- छह भारतीय क्रिकेटर नए फिटनेस टेस्ट को पास करने में नाकाम रहे
- बीसीसीआई फिटनेस टेस्ट का आयोजन इस सप्ताह एनसीए में किया गया था
- क्रिकेटर्स को कुछ समय के बाद दोबारा इस टेस्ट से गुजरने का मौका दिया जाएगा
बेंगलुरु: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के फिटनेस टेस्ट एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। शीर्ष सूत्र के मुताबिक विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन और ईशान किशन, बल्लेबाज नितिश राणा, लेग स्पिनर ऑलराउंडर राहुल तेवतिया व तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल और जयदेव उनादकट 2 किमी दौड़ फिटनेस टेस्ट को पास नहीं कर पाए। यह टेस्ट बीसीसीआई ने बेंगलुरु में इस सप्ताह नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) में आयोजित कराया था।
सूत्र ने बताया, ‘चूकि यह फिटनेस टेस्ट का नया प्रकार है, खिलाड़ियों को कुछ समय बाद नई तारीख में इसे क्लीयर करने का दूसरा मौका मिलेगा। हालांकि, अगर वो उसमें भी फेल हो जाते हैं तो इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टी20 इंटरनेशनल और वनडे सीरीज के लिए उन खिलाड़ियों का चयन मुश्किल हो जाएगा।’
2018 में संजू सैमसन, मोहम्मद शमी और अंबाती रायुडू यो-यो टेस्ट में फेल हुए थे, जिसके बाद उन्हें इंग्लैंड दौरे पर सीमित ओवर मुकाबलों के लिए टीम में जगह नहीं मिली थी। सैमसन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टी20 इंटरनेशनल टीम का हिस्सा थे। सूत्र ने कहा, ‘इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीमित ओवर सीरीज और भारत में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए करीब 20 क्रिकेटरों के लिए कुछ फिटनेस टेस्ट आयोजित किए गए थे। इन टेस्ट में लोकप्रिय यो-यो टेस्ट और नया दो किमी दौड़ फिटनेस टेस्ट शामिल है।’
क्या है दो किमी दौड़ फिटनेस टेस्ट?
सूत्र ने कहा, ‘दो किमी दौड़ फिटनेस टेस्ट में एक बल्लेबाज, विकेटकीपर या स्पिनर को 8 मिनट और 30 सेकंड में दो किमी की दूरी दौड़कर पूरी करनी होती है। वहीं तेज गेंदबाज के लिए समय 8 मिनट और 15 सेकंड निर्धारित किया गया है। छह खिलाड़ी इन टेस्ट में फेल हो गए हैं। कुछ खिलाड़ी दौड़ पूरा करने में अंतिम समय में सफल हुए।’ यह पूछने पर कि नया टेस्ट आयोजित कराने के पीछे का मकसद क्या है तो सूत्र ने कहा, ‘यो-यो टेस्ट के समान यह भी अनिवार्य होगा। कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री भी इस पद्यति से संतुष्ट है ताकि एक मापदंड तय किया जा सके।’