मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को बुधनी में जिस पुल का वर्चुअली लोकार्पण करने वाले थे, एक दिन पहले बुधवार को MLA सज्जन सिंह वर्मा ने उसका फीता काट दिया। ये पुल मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में इंदौर-नसरुल्लागंज मार्ग पर सीप नदी के ऊपर बना है। पुल पर आवाजाही शुरू हो गई है। सज्जन कांग्रेस के सीनियर नेता और प्रदेश के पूर्व PWD मंत्री हैं।
उधर, CM के उद्घाटन कार्यक्रम को टाल दिया गया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले को लेकर सज्जन सिंह पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि PWD मंत्री रहते हुए माननीय वर्माजी कोई फीता नहीं काट पाए, इसलिए अलग-अलग समय पर इस तरह से पीड़ा उभरकर सामने आती रहती है।
गिल्लौर और पांडागांव के बीच सीप नदी पर बना पुल पिछले साल जून माह में क्षतिग्रस्त हो गया था। इससे आवागमन बंद था। मुख्यमंत्री ने बॉक्स ब्रिज तैयार करने के लिए 3 करोड़ 72 लाख रुपए की राशि मंजूर की थी। गुरुवार को वर्चुअल तरीके से CM को इस ब्रिज का उद्घाटन करना था। इसके लिए सीप नदी पर तैयारियां भी चल रही थीं, लेकिन बुधवार को सज्जन सिंह वर्मा ने एकाएक आकर फीता काटा और आवागमन शुरू करा दिया।
नेमावर हत्याकांड के पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे पूर्व मंत्री
नेमावर हत्याकांड के पीड़ित परिवार से मिलने के बाद पूर्व मंत्री नसरुल्लागंज की ओर एक ओर पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे। रास्ते में सीप नदी के पुल से गुजर रहे थे तो उन्हें बॉक्स ब्रिज के पास तैयारियां होती दिखाई दीं। गाड़ी में ही मौजूद स्थानीय कार्यकर्ता द्वारका जाट, गोपाल शर्मा, संतोष शर्मा और सुनील गोलिया से उन्होंने पूछा कि यह क्या तैयारी चल रही है। तब उन्होंने कहा कि एक जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 3 करोड़ 72 लाख रुपए की लागत से बने इस बॉक्स ब्रिज का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे और कार्तिकेय सिंह चौहान यहां पर मौजूद रहेंगे।
सज्जन सिंह ने ब्रिज पर खड़े होकर कहा कि लोगों की परेशानी इन्हें दिखाई नहीं दे रही। वर्चुअल कार्यक्रम की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्हें तो मैदान में आकर काम करना चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से तत्काल कहा कि हम ही इसका उद्घाटन कर देते हैं, जिससे आम लोगों की तकलीफ दूर हो जाए। फिर उन्होंने फीता काटकर आगमन शुरू करा दिया।
जनता परेशान थी, इसलिए उद्घाटन कर दिया
सोनकच्छ विधायक सज्जन सिंह वर्मा कहा कि जिस पुल का उद्घाटन किया गया, उसकी गुणवत्ता देखकर लगता है कि पुल बनाने में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचा जहां पर जुआ, शराब, अनैतिक काम नहीं हो रहे हों। जिसका राजा भ्रष्टाचारी है, आप उससे न्याय की उम्मीद कैसे कर सकते हो। मैं वहां से गुजर रहा था तो देखा कि जनता परेशान हो रही है और पुल का उद़्घाटन नहीं हो रहा है। इसलिए मैंने फीता काट दिया।
फैक्ट फाइल
- पांडागांव का पुल नसरुल्लागंज से इंदौर को जोड़ने के लिए पुल को कांग्रेस सरकार में 1984 में बनाया था। इसका लोकार्पण रामजी महाजन ने किया था।
- पुल 3 बार बदहाल हुआ। पुल की ब्रिज कॉरपोरेशन ने 3 बार मरम्मत की।
- पुल क्षतिग्रस्त होने पर एक साल तक आवागमन बाधित रहा।
- पुल क्षतिग्रस्त होने पर पावर मेक कंपनी ने 2 बार अस्थाई पुल बनाया और उसमें 40 लाख की लागत आई।
- बॉक्स कवर्ड पुल की लागत 3 करोड़ 72 लाख है और इसे मई माह तक पूर्ण होना था।