Gwalior Municipal Corporation News: ग्वालियर,। विभिन्न मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों और निगमायुक्त शिवम वर्मा के बीच बैठक हुई। बैठक में ठेका कर्मचारियों को दैनिक वेतन भोगी पर पदस्थ करना, विनियमित को नियमित करना और ट्रेड यूनियन की मांग को लेकर चर्चा की गई।
नगर निगम में कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलने और उनकी लंबित मांगों के कारण कर्मचारियों ने हड़ताल की थी। चार दिन की हड़ताल काे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ी नाराजगी जताई थी आैर इसके बाद निगमायुक्त संदीप माकिन का ट्रांसफर कर दिया था। साथ ही सीएम ने निर्देश दिए थे कि हर हाल में कर्मचारियों को एक तारीख को वेतन दिया जाए। इसी क्रम में शुक्रवार काे निगमायुक्त के साथ कर्मचारी नेताआें की बैठक हुई। जिसमें निगमायुक्त शिवम वर्मा ने कहा कि सफाई कर्मचारियों सहित सभी कर्मचारियों को माह की एक अथवा दो तारीख को वेतन दे दिया जाएगा। वहीं ठेके पर लगे कर्मचारियों को दैनिक वेतनभोगी के पद पर रखने की मांग पर उन्होंने कहा कि शासन को इसके लिए पत्र भेजा गया है। इसके बाद वह शासन को स्मरण पत्र भी भेजेंगे। वहीं रिक्त पदों की नियुक्ति पर उन्होंने कहा कि वह शासन को पत्र लिखकर नए पदों की भी मांग करेंगे। जबकि ट्रेड यूनियन की मांग पर उन्होंने कहा कि वह इस मांग पर चर्चा करेंगे। बैठक में सुधीर डागोर, विक्रम बांगडे, रवि टोंक, रामगोपाल सिहोते, अजय पात्रे, दीनू पारक्षे आदि शामिल थे।एंबुलेंस दौड़ रही पर आवश्यक दवाएं तक नहींः मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस तो सड़क पर दौड़ रहीं है, मगर उनमें आवश्यक दवाएं ही नहीं हैं। इसका पता तब चला जब 108 एंबुलेंस के नोडल अधिकारी आइपी निवारिया व कम्युनिटी मोबीलाइजर एमएस खान ने एंबुलेंस की जांच की। शुक्रवार को घाटीगांव सर्किल में तैनात एंबुलेंस की जांच की तो उसमें आवश्यक दवा जैसे इंजेक्शन एड्रेनालाइन, केसीएल, नालोजोन एचसीएल, डाईफ्लोफेनिक उपलब्ध नहीं था। जिस पर नाराजगी जताई गई और आवश्यक दवा रखने के निर्देश दिए। हालांकि एंबुलेंस में अग्निशमन यंत्र,ऑक्सीजन,पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध मिले