Gwalior vasant Utsav News 2021: सामाजिक और शैक्षणिक संस्थाओं ने मनाई वसंत पंचमी, विद्यार्थियों ने किया सरस्वती पूजन

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 ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मंगलवार को शहर की सामाजिक संस्थाओं और शैक्षणिक संस्थानों ने वसंत पंचमी मनाई। मां सरस्वती की विशेष पूजा की गई। राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विवि में नाट्य प्रस्तुति के साथ-साथ विद्यार्थियों ने गायन और वादन की प्रस्तुति दी। इससे पहले उन्होंने मां सरस्वती का पूजन किया। विवि के विद्यार्थियों ने तीस मिनट का ‘अपने-अपने राम कर मंदिर निर्माण की प्रस्तुति दी। डा. हिमांशु द्विवेदी के निर्देशन में प्रस्तुत किए इस नाटक में रामचंद्र के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया। कलाकारों ने बताया राम किसी एक विशेष जाति या संप्रदाय के नहीं, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र के हैं। उनके जीवन से हर वर्ग को प्रेरणा लेनी चाहिए। इसी क्रम में कथक नृत्य विभाग की छात्राओं ने हवेली संगीत पर आधारित राग वसंत में अष्टछाप और पुष्टिमार्ग की प्रस्तुति दी। जिसे पंडित रतन मोहन शर्मा ने अपनी आवाज दी।

आइएचएम में बिखरी बंगाल और कश्मीर के व्यंजनों की सुगंधः आइएचएम (इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट) में विद्यार्थियाें और शिक्षकों ने सर्वप्रथम सरस्वती का पूजन किया। विद्यार्थी पीले रंग के परिधानों में थे। मुख्य अतिथि इंस्टीट्यूट प्राचार्य पुलकित भांभी थे। कार्यक्रम में डिप्लोमा आफ प्रोडक्शन के विद्यार्थियों ने बंगाल और कश्मीर के व्यंजन बनाकर पूरा परिसर महका दिया। उन्होंने चंद्रकांता लस्सी, वसंती पुलाव, दाल कुमुदिनी, लुची शारदा, तरकारी भुवनेश्वरी, रायता वीणा वादिनी, सलाद-ए-बहार और फिरनी हंस वाहिनी व लड्डू पकवान तैयार किए। इसके अलावा उन्होंने मुख्य द्वार पर रंगोली सजाई, जिसमें वसंत के रंग भरे।

हवन कर बच्चों ने लिखा ओमः महर्षि बाल्मीकी सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने सरस्वती पूजन कर होम किया। इसके बाद ओम लिखकर विद्यारंभ संस्कार की शुरुआत की। बच्चों ने जब हाथों में मोरपंख लगी हुई पेंसिल पकड़ी तो उनके चेहरे पर उल्लास का अलग ही भाव था। स्कूल प्राचार्य श्वेता पांडे ने बच्चों को वसंत पंचमी के दिन से परिचित कराया।

समूह ने आनलाइन सुनाए तरानेः गायक कलाकार मित्र समूह ने आनलाइन वसंत पंचमी मनाई। इसमें ग्वालियर के अलावा अन्य शहरों की महिला कलाकारों ने भाग लिया। सभी पीले रंग के परिधानों में थीं। उन्होंने वसंत ऋतु पर आधारित गीत सुनाए। समूह का अगला कार्यक्रम रविवार को होगा, जिसकी थीम वसंत ही रहेगी।

आज विद्यादायनी का हुआ था जन्मः वृंदावाहिनी समिति ने गंगादास की बड़ी शाला में वसंत पंचमी मनाई। समिति से जुड़ी महिलाएं पीले रंग के परिधानों में थीं। शाला महंत रामसेवक दास महाराज ने कहा कि आज ही के दिन विद्यादायनी मां सरस्वती का जन्म हुआ था। इससे पूर्व शाला के श्रीमहंत पूरण वैराठी ने स्वामी रामसेवक दास महाराज के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मां सरस्वती का पूजन एवं अभिषेक किया। साथ ही संगीत वाद्यों का भी पूजन किया गया।

आइटीएम यूनिवर्सिटी में हुआ व्याख्यानः आइटीएम ने वसंत के मौके पर कार्यक्रम रखा। उत्सव को आइटीएम के पेज पर लाइव किया गया। परिसर में बनी मां सरस्वती की प्रतिमा के आगे विशाल फूलों की रंगोली बनाई गई। विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में शामिल सदस्यों का तिलक लगाकर स्वागत किया। इसके बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शुरू हुईं। सर्वप्रथम काउंसिलिंग डायरेक्टर गीतांजलि सुरंगे ने सरस्वती गायन पेश किया। फिर प्रो. रेखा वशिष्ठ ने काव्य पाठकर रसिकों की तालियां बटोरीं। इशिका और तियाशा ने शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के प्रो. वाइस चांसलर डा. एसके नारायण खेड़कर ने इस दिन के महत्व प्रकाश डाला। संस्थापक कुलाधिपति रमाशंकर सिंह का भी संबोधन हुआ। इस मौके पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन की मौजूदगी रही।

वीआइएसएम ग्रुप आफ स्ट्डीज में भी हुआ सरस्वती पूजनःसंस्थान परिसर में चेयरपर्सन सरोज राठौर, चेयरमैन डा. सुनील राठौर और समूह निदेशक डा. प्रज्ञा सिंह ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर सर्वप्रथम माल्यार्पण किया। डा. राठौर ने वसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद आनलाइन अंतर्विद्यालयीन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इनमें अजीत रजक, रिया मांझी, सत्यम जैन, पलक पाठक, सार्थक गहोई और रेवा सेंगर आदि शामिल हैं।

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