Imran Khan को बचाने के लिए तांत्रिक क्रिया कर रहीं बुशरा बीबी, पीएम आवास में जलाया जा रहा मुर्गों का मांस

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी कुर्सी बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इसमें उनकी पत्नी बुशरा बीबी भी साथ दे रही हैं। इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पीपीपी के नेता शाहबाज शरीफ का आरोप है कि कुर्सी बचाने के लिए इस्लामाबाद स्थित प्रधानमंत्री आवास में तांत्रिक क्रियाएं की जा रही हैं। बकौल शाहबाज शरीफ, इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी मुर्गों का गोश्त जला रही हैं।

बता दें, प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। इस पर 3 अप्रैल में वोटिंग होना है। इस बीच, इमरान खान ने आखिरी दांव भी खेल लिया है। इमरान खान ने अपनी पार्टी PTI ( Pakistan Tehreek-e-Insaf) के सभी सांसदों को व्हिप जारी किया है और कहा है कि वे अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion ) पर वोटिंग वाले दिन सदन की कार्रवाई से अनुपस्थित रहें। सांसदों के लिए Imran Khan की ओर से जारी इस चिट्ठी में यह भी लिखा गया है कि वो सांसद इस आदेश का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ दल-बदल कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।

MQM-P ने विपक्ष से मिलाया हाथ, अल्पमत में PTI सरकार

खबर है कि इमरान खान की सरकार की सहयोगी पार्टी MQM-Pakistan ने विपक्षी दलों के साथ हाथ मिला लिया है। यदि ऐसा होता है तो इमरान खान की सरकार गिरना तय है। हालांकि MQM-Pakistan को मनाने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है। इमरान खान ने सिंध के गवर्नर इमरान इस्माइल को सुबह 4.30 बजे एमक्यूएम-पी नेतृत्व से मिलने के लिए भेजा। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रतिनिधिमंडल में रक्षा मंत्री परवेज खट्टक भी शामिल हैं।

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इमरान खान को विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ द्वारा उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास मत का सामना करना पड़ रहा है। इमरान खान को अपनी सरकार बचाने के लिए 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 172 सदस्यों का समर्थन होना चाहिए, लेकिन इमरान की सरकार को समर्थन दे रहे कई दल अब विपक्ष के साथ जाकर मिल गए हैं।

पीटीआई द्वारा जारी इस आदेश इस पर इमरान खान ने हस्ताक्षर किए हैं, जो पार्टी के अध्यक्ष और संसदीय नेता भी हैं। चिट्ठी में लिखा गया है, पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संसदीय दल के सभी सदस्य मतदान से दूर रहेंगे या उस तारीख को नेशनल असेंबली की बैठक में शामिल नहीं होंगे जब उक्त प्रस्ताव राष्ट्रीय के एजेंडे पर निर्धारित किया गया हो।

इमरान खान कर रहे आखिरी वक्त की सौदेबाजी

पाकिस्तान के सियासी संग्राम में अब सौदेबाजी का दौर शुरू हो गया है। कुर्सी बचाने की जीतोड़ कोशिशों में जुटे प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ उनके सहयोगी दल सौदेबाजी करने लगे हैं। सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर तीन अप्रैल को मतदान होना है। उससे पहले सरकार पर दबाव बनाने के लिए उसकी सहयोगी पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने तीन मांगें रखी हैं। इससे पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद-ए-आजम गुट (पीएमएल-क्यू) को मनाने के लिए इमरान खान को पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी है।

एमक्यूएम-पी के नेता वसीम अख्तर ने मंगलवार को अपनी तीन मांगें गिनाते हुए कहा कि सरकार उनकी पार्टी के लापता 100 कार्यकर्ताओं की सुरक्षित बरामदगी सुनिश्चित करे, पार्टी के सील दफ्तरों को फिर से खोले और पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज फर्जी व आधारहीन मामलों को वापस ले। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि अगर संसद (नेशनल असेंबली) में पांच सदस्यों वाली पीएमएल-क्यू को पंजाब के सीएम पद दिया जा सकता है तो उसके तो सात सांसद हैं।

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