भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया डे-नाइट टेस्ट खत्म होने के बाद भी लागातर चर्चा में है। दोनों टीमें अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भिड़ी थीं, जिसमें भारत ने दो दिन के भीतर 10 विकेट से जीत अपने नाम कर ली। इस टेस्ट में स्पिनर्स पूरी तरह हावी रहे। मैच में 30 में से 28 विकेट स्पिनर्स ने चटकाए। भारत की ओर से अक्षर पटेल ने 11 जबकि रविचंद्रन अश्विन ने 7 विकेट हासिल किए। मैच जल्दी निपटने से पिच को लेकर बहस छिड़ गई है। क्रिकेटर्स से लेकर विशेषज्ञ तक अपनी-अपनी राय रख रहे हैं। कोई जहां पिच की आलोचना कर रहा है तो किसी को पिच से कोई दिक्कत नहीं है। अब इस कड़ी में नया नाम ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर नाथन लियोन का जुड़ गया है।
‘सोच रहा हूं क्यूरेटर को एसीसीजी बुला लूं’
कंगारू ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने अहमदबाद की पिच का बचाव किया है। लियोन का कना है कि विकेट स्पिन होते ही सभी लोग रोने लगते हैं। ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ने एएपी से बातचीत में कहा, ‘हम पूरी दुनिया में सीमिंग विकेटों (तेज गेंदबाजी वाले) पर खेलते हैं और 47, 60 रन पर आउट हो जाते हैं। कोई भी इसे लेकर कभी कुछ नहीं कहता है। लेकिन जैसे ही विकेट स्पिन करने लगता है तो दुनियाभर में सभी लोग इसपर रोना शुरू कर देते हैं। मुझे यह बिलकुल समझ नहीं आता है। मुझे भारत-इंग्लैंड का मैच मनोरंजक लगा। मैं पूरी रात इसे देख रहा था। बेहद शानदार था। मैं उस क्यूरेटर को सिडनी क्रिकेट ग्राइंड (एसीसीजी) में लाने के बारे में सोच रहा हूं।’
क्या तीसरे टेस्ट मुकाबले में पिच अच्छी थी?
वहीं, दूसरी ओर अश्विन ने भी पिच की आलोचना करने को सही नहीं बताया। उन्होंने चौथे टेस्ट से पहले शनिवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इसपर अपनी मुखर राय रखी। अश्विन से जब तीसरे टेस्ट की पिच को लेकर पूछा गया तो भारतीय स्पिनर ने जवाब में कहा, ‘कौन परिभाषित करेगा कि एक अच्छी पिच क्या है? पहले दिन सीम, फिर अगले दो दिनों अच्छी बल्लेबाजी करना और आखिरी दो दिन स्पिन करना, यह क्या है? ये नियम कौन बनाता है?’ उन्होंने कहा, ‘हमें इससे ऊपर उठने की जरूरत है। अगर आप पूछ रहे हैं कि क्या तीसरे टेस्ट में पिच अच्छी थी तो मुझे इंग्लैंड का कोई खिलाड़ी इस बारे में शिकायत करते हुआ नजर आता है।’