न्याय नगर एक्सटेंशन में बने अवैध मकान को तोड़ने के लिए निगम की टीम अलसुबह रेडिसन होटल के सामने पहुंची । निगम की टीम कार्रवाई शुरू करती उससे पहले ही बड़ी संख्या में रहवासी एकत्र हो गए और हंगामा शुरु कर दिया। इसी बीच कालका माता भी पहुंच गई और माता जी के जयकारे लगने लगे। महिला का रूप देखकर वहां के लोग भी सहम गए।
150 मकान को तोड़ने का फैसला किया
दरअसल, जिला प्रशासन के आदेश के बाद न्याय नगर में गलत तरीके से निर्मित किए गए 150 मकान तोड़ने का फैसला लिया गया है। यहां 7 एकड़ के करीब जमीन खाली कराई जाना है। इसके चलते यहां बने मकानों को तोड़े जाना है। नगर निगम ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में रहवासियों से मकान खाली कराना शुरू कर दिया हैं। यहां शेड और पक्के मकान तोड़े जा रहे हैं। वहीं, जिन मकानों में लोग रह रहे हैं, फिलहाल उन्हें नहीं तोड़ा गया।
सुप्रीम कोर्ट दे चुका है आदेश
दरअसल, इस जमीन का मामला कई वर्षों से कोर्ट में है। सुप्रीम कोर्ट ने जमीन के मामले में श्रीराम बिल्डर्स के पक्ष में फैसला सुनाया है और कब्जे हटाने के निर्देश दिए हैं। इस जमीन पर बीते 10 सालों में मकान बने हैं। यहां के बहुत से मकान मालिकों के द्वारा मकान तोड़े जाने की आशंका के चलते न्यायालय में केस लगाकर मकान तोड़ने पर स्टे हासिल कर लिया गया है। इस तरह स्टे प्राप्त करने वाले मकान की संख्या 100 से अधिक है। ऐसी स्थिति में अब बचे हुए 35 मकान तोड़ने की कार्रवाई नगर निगम के द्वारा की जानी है।
निगम ने पहले ही इन मकानों को किया है चिह्नित
पिछले दिनों भी पुलिस विभाग से कार्रवाई करने के लिए पुलिस बल मांगा गया था । त्योहार और उसकी व्यवस्थाओं को देखते हुए पुलिस ने बल देने से इनकार कर दिया था। इस बीच नगर निगम की टीम ने मकान तोड़ने की कार्रवाई के लिए मकानों को चिह्नित कर लिया था।