इंदौर, Indore News। हरिद्वार कुंभ मेले के पूर्व वैष्णव बैरागी के तीनों अखाड़ों की बैठक माघ पूर्णिमा पर वृंदावन में संपन्न हुई। अणि दिगंबर, निर्वाणी और निर्मोही अखाड़ों के संतों ने वृंदावन के यमुना घाट पर माघ पूर्णिमा पर शाही स्नान किया। इनमें इंदौर के महामंडलेश्वर स्वामी राधे राधे बाबा तथा हंसदास मठ के महामंडलेश्वर स्वामी रामचरण दास महाराज के शिष्य पं. पवन दास शर्मा एवं अन्य संत-महंत भी शामिल थे। सरकार की ओर से हेलिकाप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई।
हरिद्वार में कुंभ के पहले तीनों अखाड़ों की बैठक परंपरानुसार वृंदावन में भी होती है। आज बांके बिहारी मंदिर से वृंदावन की कुंज गलियों से होते हुए संतों के शाही स्नान की पेशवाई निकली, जिसमें सबसे आगे हनुमानजी के निशान, चरण पादुका, चारों संप्रदाय के महंत एवं दिगंबर अणि अखाड़े के महंत किशनदास, उप महंत रामकिशोर शास्त्री, निर्वाणी अखाड़े के महंत धर्मदास एवं निर्मोही अखाड़े के परमानंद दास तथा नागा साधु चल रहे थे। इनके साथ मुख्य खालसा के श्रीमहंत भी शामिल थे। इनमें टीला गद्दाचार्य डाकोर खालसा के माधवाचार्य महाराज, मलूक पीठाधीश्वर स्वामी राजेंद्र दास महाराज, हरिद्वार के रामानंदाचार्य, अयोध्याचार्य, स्वामी हरिदास झोकर, तेराभाई त्यागी के बृजमोहन दास, भोपाल के चंद्रमा दास, बलराम दास निर्वाणी सहित अनेक खालसाधारी संतों ने भी स्नान में भाग लिया।
इंदौर से इंदौर खालसा के श्रीमहंत हंस पीठाधीश्वर रामचरण दास महाराज के शिष्य पं. पवन दास, महामंडलेश्वर राधे राधे बाबा, महामंडलेश्वर विजय रामदास, श्रीजी महंत लक्ष्मणदास महात्यागी एवं हनुमानदास भी शामिल रहे। वृंदावन में आगामी कुंभ स्नान अब 9 एवं 13 मार्च को होंगे। हरिद्वार कुंभ के पूर्व उप्र की योगी सरकार ने कुंभ जैसी व्यवस्थाएं ही वृंदावन में भी की है। गत वसंत पंचमी को ध्वजारोहण के साथ वृंदावन में कुंभ की बैठक शुरू हो चुकी है। आज वहां प्रथम शाही स्नान हुआ। अब दूसरा शाही स्नान फागुनी एकादशी एवं तीसरा फागुनी अमावस्या को होगा। 25 मार्च को रंगभरी एकादशी पर पंचक्रोशी परिक्रमा के साथ वृंदावन कुंभ का समापन हो जाएगा। इसके बाद हरिद्वार में 12 अप्रैल सोमवार को प्रथम शाही स्नान, 14 अप्रैल बुधवार को दूसरा एवं 27 मंगलवार को तीसरा शाही स्नान होगा।