International Women’s Day 2021: भोपाल । मीनाक्षी वर्मा…, यह नाम महिला दिवस की सुबह तक भोपाल की आम पुलिसकर्मी का था। जैसे-जैसे सूरज आसमान में अपने सफर पर रवाना हुआ और मीनाक्षी अपनी ड्यूटी पर हाजिर हुईं तो अचानक सबकुछ बदल गया। वह प्रदेश की गृह मंत्री (मानद) बन चुकी थीं। यह सब किसी सपने की तरह था। यकीन तब हुआ जब वह गृह मंत्री की कुर्सी पर बैठीं और वास्तविक गृह मंत्री उनके समीप दूसरी कुर्सी पर थे।
जिम्मेदारी का एहसास तब और बढ़ गया, जब लोग अपनी समस्याएं लेकर उनके पास पहुंचे। यह पल अब मीनाक्षी के लिए जीवनभर की अमूल्य धरोहर है। कुछ सहमते तो कुछ झिझकते इन पलों ने अब संकल्प का रूप ले लिया है। यह संकल्प है जीवन में कुछ कर गुजरना है। नौकरी के साथ पढ़ाई कर कुछ ऐसा करना है कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।
ऐसे ही कुछ भाव थे, जिन्हें मीनाक्षी ने नईदुनिया से साझा किए। दरअसल, मीनाक्षी को महिला दिवस के मौके पर सम्मानस्वरूप गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने मानद गृह मंत्री बनाया था। आरक्षक मीनाक्षी महिला मार्शल हैं और गृह मंत्री के आवास स्थित कार्यालय पर सुरक्षा में तैनात हैं।
सोमवार सुबह जब वे ड्यूटी पर पहुंची तो उन्हें गृह मंत्री ने बुलाया और कहा कि आज आप मेरी जगह काम करेंगी। मीनाक्षी ने बताया यह शब्द सहज विश्वास करने योग्य नहीं थे। मुझे डर भी लगा। बाद में उन्होंने मुझे अपनी कुर्सी पर बैठाया और समस्याएं लेकर आए लोगों ने आवेदन दिए। सुबह करीब साढ़े नौ बजे वे कुर्सी पर बैठीं और लगभग एक घंटा लोगों से मुलाकात की। यह आवेदन मीनाक्षी ने गृह मंत्री के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी अशोक अवस्थी को दिए। मीनाक्षी ने बताया इस सम्मान से वे बहुत खुश हैं। मुझे व मायके और ससुराल वालों को लोग दिनभर से बधाई दे रहे हैं।