अहमदाबाद: दिनेश कार्तिक के नेतृत्व वाली तमिलनाडु ने रविवार को सैयद मुश्ताक ट्रॉफी के फाइनल में बड़ौदा को मात देकर खिताब अपने नाम किया। तमिलनाडु की जीत के हीरो बाएं हाथ के स्पिनर एम सिद्धार्थ रहे, जिनके सामने बड़ौदा के बल्लेबाजों ने सरेंडर कर दिया। एम सिद्धार्थ ने फाइनल में चार ओवर के अपने कोटे में 20 रन देकर चार विकेट झटके और विरोधी टीम के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया। विष्णु सोलंकी (49) और अतीत सेठ (29) ने सातवें विकेट के लिए 58 रन की साझेदारी करके बड़ौदा को संकट से उबारा।
तमिलनाडु के कप्तान दिनेश कार्तिक ने फाइनल मुकाबले में टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। दिनेश कार्तिक ने तेज गेंदबाज अश्विन क्रिस्ट की जगह एम सिद्धार्थ को खेलकर फाइनल में अलग दांव चला। बाएं हाथ के स्पिनर ने अपने कप्तान के भरोसे को बखूबी कायम रखा। हालांकि, उनकी स्पेल की शुरूआत नो बॉल से हुई, लेकिन इसके बाद सिद्धार्थ ने अपना जलवा बिखेरा। सिद्धार्थ ने सबसे पहले बड़ौदा के कप्तान केदार देवधर (16) को अपना शिकार बनाया और एन जगदीशन के हाथों कैच आउट कराया।
इसके बाद सिद्धार्थ ने समित पटेल को एलबीडब्ल्यू आउट किया। फिर सिद्धार्थ ने अपने तीसरे ओवर में अभिमन्यु सिंह राजपूत (2) और कार्तिक काकाड़े (4) को डगआउट लौटाया। राहपूत ने सिद्धार्थ को ही आसान कैच थमाया जबकि काकाड़े बोल्ड हो गए। सिद्धार्थ ने इस तरह फाइनल में अपना जलवा बिखेरा।
याद दिला दें कि सिद्धार्थ ने 2019-20 मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। उस टूर्नामेंट में एम सिद्धार्थ ने 5 मैचों में 12 विकेट चटकाए थे। इससे प्रभावित होकर आईपीएल 2020 की नीलामी में कोलकाता नाइटराइडर्स ने बाएं हाथ के स्पिनर को 20 लाख रुपए की बेस प्राइस पर खरीदा था। हालांकि, दिनेश कार्तिक की कप्तानी में एम सिद्धार्थ को एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था। इसके बाद केकेआर ने उन्हें रिलीज कर दिया। 22 साल के एम सिद्धार्थ ने अब तक चार फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें 10 विकेट चटकाए हैं।
बहरहाल मैच की बात करें तो तमिलनाडु ने 14 साल बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का खिताब जीता। बड़ौदा द्वारा मिले 121 रन के लक्ष्य को तमिलनाडु ने 12 गेंदें शेष रहते तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। एम सिद्धार्थ को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।