Man Ki Baat में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कि इंदौर की सराहना, वाटर प्लस के लिए यह किया इंदौर ने

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात में इंदौर के नागरिकों की सराहना की। साथ ही इंदौर के स्वच्छता सर्वेक्षण सूची में लगातार चार बार शीर्ष पर रहने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अब यहां के नागरिक वाटर प्लस पर काम कर रहा है। उन्होंने इस बारे में विस्तार से बताया। इंदौर वाटर प्लस के लिए यह काम कर रहा है-

1. शहर की कान्ह और सरस्वती नदियों व उनसे जुड़ने वाले 25 छोटे-बड़े नाले गंदे पानी के सबसे बड़े स्रोत थे। नगर निगम ने पिछले दो साल में घरेलू और सार्वजनिक आउटफाल को बंद करने का चुनौतीपूर्ण काम किया। शहर में 7000 से ज्यादा आउटफाल बंद किए गए। इसमें जनता ने भी खुद के पैसे खर्च कर सहयोग दिया।

2. वाटर प्लस के लिए किसी शहर से निकलने वाले 30 प्रतिशत पानी का पुनर्उपयोग जरूरी है। इंदौर में रोजाना औसतन 300 एमएलडी गंदा पानी निकलता है, जिसमें से रोज 110 एमएलडी पानी का फिर से उपयोग होता है। गंदा पानी निर्माण कार्यों के अलावा 200 बगीचों, डिवाइडर और ग्रीन बेल्ट की हरियाली बनाए रखने पर खर्च होता है।

3. शहर के 99.98 प्रतिशत शहरी घरों के शौचालय सीवरेज नेटवर्क से जुड़े हैं। इसके अलावा 400 किसानों के साथ एमओयू कर उन्हें उपचारित पानी से खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। 0.02 प्रतिशत घरों में सोक पिट, सेप्टिक टैंक और ट्विन पिट की सुविधा उपलब्ध है। नगर निगम उनमें जमा पानी इंदौर 311 एप के माध्यम से निकालता है और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में उसे उपचारित करता है।

4. शहर के 10 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में गंदा पानी उपचारित हो रहा है। वाटर प्लस से पहले 205 एमएलडी गंदा पानी शहर की कान्ह, सरस्वती और 25 नालों में बहता था।

5. नदियों में 433, बड़े नालों में 1313 और छोटे नालों में 5242 सीवरेज आउटफाल बंद कर गंदे पानी को सीधे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक ट्रीटमेंट के लिए भेजा गया है।

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