Maruti Suzuki: देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक मारुती सुजुकी ने अपनी मुफ्त सेवाएं 31 जुलाई तक बढ़ा दी हैं। यह मुफ्त सेवा सिर्फ उन्हीं वाहनों पर मिल रही है, जिनकी वारंटी इसी साल 15 मार्च से लेकर 30 जून के बीच खत्म हुई थी। 31 जुलाई तक इन वाहनों की सर्विसिंग में कोई चार्ज नहीं लगेगा। कंपनी के सर्विस विभाग के सीनियर एग्जक्यूटिव डायरेक्टर पार्थो बनर्जी ने इस बात की जानकारी दी है। उनका कहना था कि लॉकडाउन के कारण ग्राहक अपने वाहनों को सर्विसिंग के लिए नहीं ले जा पा रहे हैं। इसलिए उनकी सुविधा के लिए फ्री सेवाओं की समयसीमा बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी गई है।
पार्थो बनर्जी ने कहा “हमने 31 जुलाई तक अपनी फ्री सेवाएं बढ़ाने का फैसला किया है। हमारे ग्राहकों की सुविधा के लिए ऐसा किया जा रहा है। क्योंकि कोरोनाकाल में लॉकडाउन के चलते उन्हें आने जाने में परेशानी हो रही है। अभ ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार इन सेवाओं का लाभ ले सकते हैं, क्योंकि धीरे-धीरे लॉकडाउन खुल रहा है। हमारे सर्विस सेंटर सुरक्षा के सभी मानकों का पूरा ख्याल रख रहे हैं। जो ग्राहक सर्विस सेंटर तक नहीं आ सकते उनके लिए कंपनी ने पिक और ड्रॉप की सुविधा भी शुरू की है। हम ग्राहकों से आग्रह करते हैं कि अपने वाहन को बेहतर बनाए रखने के लिए इन सुविधाओं का उपयोग करें।”
जून के महीने में सुजुकी ने की रिकॉर्ड बिक्री
ऑटोमोबाइल कंपनी सुजुकी की बिक्री आसमान छू रही है। पिछले साल की तुलना में कंपनी ने इस साल बहुत ज्यादा कारें बेची हैं। कंपनी के अनुसार इस साल जून के महीने में 147,367 वाहन बेचे गए हैं, जबकि पिछले साल इसी समय कंपनी के 57,428 वाहन बिके थे। वहीं मई 2021 में सुजुकी के 46,555 वाहन बिके थे। कोरोना की दूसरी लहर के कारण वाहनों की बिक्री में कमी आई थी, लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद जून में इसमें बड़ा उछाल आया है। अगर पिछले सालों से तुलना की जाए तो सुजुकी के वाहनों की ब्रिक्री में लगातार उछाल आया है।
साल की पहली तिमाही में 353,614 वाहनों की बिक्री
मारुती सुजुकी ने बताया कि पिछले महीने कुल 126,196 घरेलू वाहनों की बिक्री हुई है। वहीं दूसरी कंपनियों ने 4,152 यूनिट खरीदी हैं, जबकि 17,020 यूनिट दूसरे देशों में निर्यात की गई हैं। कंपनी ने साल 2021-22 की पहली तिमाही में 353,614 वाहनों की बिक्री की है। इसमें 297,118 घरेलू वाहन, 10,977 वाहन दूसरी कंपनियों को और 45,519 वाहन दूसरे देशों में निर्यात किए गए हैं। कंपनी ने साथ ही यह भी कहा है कि कोरोना के कारण पिछले दो सालों में लॉकडाउन रहा था। इस वजह से इन सालों की बिक्री की तुलना बाकी सालों से करना उचित नहीं होगा