भोपाल: अंग्रेजी नया वर्ष 2025 का आगाज होने जा रहा है। इसे हर कोई अपने-अपने ढंग से एंजॉय करना चाहता है। लेकिन घर से बाहर जाने की तमन्ना रखने वालों को जंगल सबसे ज्यादा प्रिय होते हैं। ऐसे में लोग राष्ट्रीय उद्यानों, टाइगर रिजर्व में जाना पसंद करते हैं।
पर इस बार अधिकांश लोगों को निराशा हाथ लग रही है। मध्यप्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया की सभी टिकट बुक हो चुके हैं। अब पर्यटक चाहें तो बफर एरिया में सीटें ले सकते है। लेकिन यहां पर टाइगर के दीदार होने की कोई गुंजाइश नहीं दिखती।
9 टाइगर रिजर्वों का जाल
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में पूर्व से ही 6 टाइगर रिजर्व- सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर), पेंच, संजय डुबरी, कान्हा, पन्ना और बांधवगढ़ हैं। इसके अलावा सरकार ने हाल ही में 3 नए टाइगर रिजर्व रातापानी, माधौपुर और नौरादेही बनाए हैं। इन सभी जगहों पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है।
785 से ज्यादा टाइगरों का घर
तीन नए पार्क की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा अभी शुरू नहीं हुई है। जबकि बाकी सभी पार्कों में फुल और सिंगल व्हीकलों की बुकिंग पूरी हो चुकी है। हर समय पर्यटक बड़ी संख्या में एमपी की ओर रुख करते हैं, खासकर वे लोग जिन्हे नेचर पंसद हैं। क्योंकि यह प्रदेश टाइगर स्टेट है। अभी एमपी में 785 से अधिक टाइगर हैं। इसके साथ ही यहां का प्राकृतिक वातावरण और ऐतिहासिक विरासत पर्यटन के मामले में लोगों को देश दुनिया से आकर्षित करता है। एमपी अपने धार्मिक पर्यटन के लिए भी पूरी दुनिया में फेमस है।