भोपाल: मध्य प्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 मंगलवार को विधानसभा में पेश किया गया। इस सर्वेक्षण में कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं। भोपाल निर्यात के मामले में पिछड़ गया है, यहां तक कि छोटे शहरों से भी। गेहूं उत्पादन में गिरावट देखी गई है, जबकि मांस उत्पादन बढ़ा है। लाडली बहना योजना के कारण महिला एवं बाल विकास विभाग के बजट में 81% की बढ़ोतरी हुई है। कक्षा 6 से 8 तक लड़कों के स्कूल छोड़ने की दर भी बढ़ी है।
निर्यात के मामलों में पिछड़ा भोपाल
सर्वेक्षण के अनुसार, भोपाल निर्यात के मामले में प्रदेश के टॉप-टेन जिलों में नौवें स्थान पर है। इंदौर पहले स्थान पर है। भोपाल से छोटे शहर जैसे सीहोर और भिंड भी निर्यात में भोपाल से आगे हैं। ग्वालियर और जबलपुर जैसे बड़े शहर तो इस सूची में शामिल ही नहीं हैं। केवल मुरैना ही भोपाल से नीचे है।
टॉप 10 में सीहोर और भिंड जैसे शहर
वित्तीय वर्ष 2024-25 (अक्टूबर तक) में इंदौर ने 9387.60 करोड़ रुपये के निर्यात के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। धार 8338 करोड़ रुपये के साथ दूसरे, रायसेन 4330.4 करोड़ रुपये के साथ तीसरे, सिंगरौली 2402.7 करोड़ रुपये के साथ चौथे और सीहोर 2195.8 करोड़ रुपये के साथ पांचवें स्थान पर रहा। इसके बाद देवास 2045.2 करोड़, उज्जैन 1185.7 करोड़, भिंड 927.6 करोड़, भोपाल 849.9 करोड़ और मुरैना 774.6 करोड़ रुपये के निर्यात के साथ क्रमशः छठे, सातवें, आठवें, नौवें और दसवें स्थान पर रहे।