MP News: एमपी के तीन दिग्गज एथलीट डोप टेस्ट में फेल, लगा बैन, पैरालंपिक क्वालीफाई और नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट के नाम भी शामिल

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मध्य प्रदेश को एक बड़ा झटका लगा है। एमपी के तीन एथलीट, जिनमें से एक ने पेरिस पैरालिंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। डोपिंग के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं। और राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (एनएडीए) द्वारा प्रदान की गई परीक्षण रिपोर्ट के बाद संबंधित खेल महासंघों द्वारा उन्हें अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

बता दें, कि परीक्षण में फेल होने वालों में पेरिस पैरालिंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी पैरा-कैनो खिलाड़ी रजनी झा, रांची राष्ट्रीय खेलों की स्वर्ण पदक विजेता डिस्कस थ्रोअर शालिनी चौधरी और एशियाई कांस्य पदक विजेता पैरा कैनो खिलाड़ी गजेंद्र सिंह शामिल हैं। उनमें से दो मध्य प्रदेश खेल अकादमी से हैं। जिसका प्रबंधन मध्य प्रदेश खेल विभाग करता है। उन पर 1 जुलाई 2024 से प्रतिबंध प्रभावी है।

इन कारणों से लगा प्रतिबंध

22 वर्षीय शालिनी को मेटांडिएनोन मेटाबोलाइट के लिए पॉजिटिव पाया गया। यह विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी द्वारा प्रतिबंधित पदार्थ है। ग्वालियर की 34 वर्षीय रजनी झा का मिथाइल टेस्टोस्टेरोन मेटाबोलाइट्स के लिए परीक्षण सकारात्मक आया है। वहीं इनके अलावा भिंड के गजेंद्र सिंह का 19-नोरेंड्रोस्टेरोन के लिए परीक्षण सकारात्मक आया है। दोनों ही प्रतिबंधित पदार्थ हैं।

रजनी झा पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई

रजनी झा ने पेरिस ओलंपिक के लिए केएल2 महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा के लिए योग्यता प्राप्त की है। उन्होंने हाल ही में हंगरी में आयोजित पैरा कैनो विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में तीसरा स्थान हासिल करके अपना ओलंपिक स्थान अर्जित किया। रजनी खेल विभाग द्वारा संचालित एमपी वाटर स्पोर्ट्स अकादमी में एसोसिएट खिलाड़ी रही हैं।

प्रतिबंध के खिलाफ करेंगे अपील

एथलीटों के करीबी सूत्रों ने कहा कि वे प्रतिबंध के खिलाफ अपील करेंगे। संपर्क करने पर एमपी खेल विभाग के अधिकारियों ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। अनंतिम प्रतिबंध के खिलाफ एथलीटों की अपील प्रक्रिया आने वाले महीनों में सामने आएगी। डोपिंग प्रतिबंध के खिलाफ अपील करने की प्रक्रिया लंबी और जटिल हो सकती है, जिसमें कई कदम और सुनवाई शामिल हैं।

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