मध्य प्रदेश में बारिश ने कई जिलों में तबाही मचाई है। गांव से लेकर शहर तक में बाढ़ की स्थिति है। कई लोग पानी में बह गए हैं तो कुछ पानी में फंसे हैं। उनके लिए राहत और बचाव कार्य जारी है। इस बीच सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों और जिलों के कलेक्टर्स के साथ इमरजेंसी मीटिंग की है। साथ ही वहां की स्थिति की समीक्षा की है। वीसी के माध्यम से समस्त संभागीय आयुक्त, आईजी, पुलिस कमिश्नर, जिला कलेक्टर और एसपी जुड़े थे। इस दौरान सीएम ने कई निर्देश दिए हैं।
अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश में अति वर्षा और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने कहा है कि स्थितियां सामान्य हो जाने तक अधिकारियों-कर्मचारियों को छुट्टी पर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि वर्षा का चक्र बदलने के कारण सितंबर माह में जितनी वर्ष होनी चाहिए, उससे अधिक हो रही है । भारी बारिश में भी जनजीवन सामान्य रहे और लोगों को परेशानी नहीं हो। इसका पूरा ख्याल रखा जाए।
निचली बस्तियों में रहने वालों को किया गया अलर्ट
इसके साथ ही सीएम ने निर्देश दिए हैं कि निचली बस्तियों में रहने वालों को समय रहते सतर्क किया जाए। आवश्यकता के अनुसार उन्हें राहत कैंपों में शिफ्ट किया जाए। जिन रपटों और पुलों पर पानी है, वहां तत्काल आवश्यक सावधानी और सतर्कता बढ़ाई जाए।