भोपाल: मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। डिंडौरी जिले में कई जगह पानी की बूंदें बर्फ में बदल गईं। घर के बाहर खड़े वाहनों के ऊपर बर्फ की पतली चादर दिखाई दी। राजधानी भोपाल में भी ठंड ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। यहां पर न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिरकर 5.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। पिछले 10 वर्षों में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब तापमान इतना कम हुआ हो।
राजधानी में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस पर रहा। यह 10 वर्ष में दिसंबर का दूसरी बार सबसे कम तापमान हैं। इसके पहले वर्ष 2021 में भोपाल का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। प्रदेश के मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान उमरिया में 2.8 डिग्री दर्ज हुआ। वहीं, हिल स्टेशन पचमढ़ी में 2 डिग्री तापमान रहा। रायसेन में 3.5, भोपाल में 3.8, राजगढ़ और गुना में 5.2, ग्वालियर में 6, रतलाम में 6.8, जबलपुर में 4.6, मंडला में 3, नौगांव में 4.1, उमरिया में 2.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। इंदौर में 8.2, उज्जैन में 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी जिलों का न्यूनतम पारा 10 डिग्री के नीचे पहुंच गया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत के राज्यों की तरफ से लगातार आ रही बर्फीली हवाओं के प्रभाव के कारण मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शनिवार को राज्य के 12 जिलों में शीतलहर चली, जबकि छह शहरों में तीव्र शीतलहर का असर दिखाई दिया। सबसे कम तापमान हिल स्टेशन पचमढ़ी में 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। पचमढ़ी सहित 8 जिलों में रात का पारा 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। सीधी में शीतल दिन रहा। मौसम विभाग के अनुसार मौसम का इस तरह का मिजाज अभी बने रहने का अनुमान है।
यहां चली शीतलहर
नर्मदापुरम, बड़वानी, नीमच, अनूपपुर, शिवपुरी, सिंगरौली,राजगढ़, रतलाम, उमरिया, मंडला, सिवनी, गुना।
पांच डिग्री से कम तापमान वाले शहर
भोपाल, शाजापुर, शहडोल, जबलपुर,रायसेन, सीहोर में तीव्र शीतलहर रही। पचमढ़ी, रायसेन, भोपाल, राजगढ़, उमरिया, नौगांव, मंडला एवं जबलपुर में रात का तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से कम रहा।