MP Weather Update। फरवरी माह के मध्य से ही लगातार पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने का सिलसिला बना हुआ है। इनकी वजह से मार्च माह की शुरुआत में जहां गर्मी के तीखे तेवर देखने को मिले, वहीं अब बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि ने किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 13 मार्च और 16 मार्च को एक के बाद एक कर दो पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दाखिल होने वाले हैं। इन सिस्टम के प्रभाव से मध्यप्रदेश का मौसम एक बार फिर बिगड़ेगा। इससे 18 मार्च से आंधी-पानी का एक और दौर शुरू हो सकता है।मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पाकिस्तान पर बने पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तरी राजस्थान पर प्रेरित चक्रवात बना हुआ है |
उधर उत्तरी महाराष्ट्र पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन तीन सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से मध्यप्रदेश में हवाओं के साथ बड़े पैमाने पर नमी आ रही है। इससे राजधानी सहित प्रदेश में अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाए हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर रहे हैं।फसलों को भारी नुकसानइस सीजन की प्रमुख गेहूं की फसल पूरी तरह पक चुकी है।
अधिकांश स्थानों पर खेतों में कटाई चल रही है। ऐसी स्थित में बरसात और ओले गिरने के कारण फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा आम की फसल भी तबाह होने लगी है। मौसम विज्ञानी साहा के मुताबिक शनिवार शाम से मौसम के धीरे-धीरे साफ होने की संभावना है।