कोरोना का असर कम होने के साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने प्रदेश में धार्मिक स्थल खोलने की अनुमति दे दी है। जानकारी के मुताबिक, नवरात्र के पहले दिन यानी 7 अक्टूबर से महाराष्ट्र के सभी मंदिर खोल दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। साथ ही कोविड गाइडलाइन भी जारी की गई। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी भी बना हुआ है। ऐसे में कोई लापरवाही न बरतें। मास्क लगाने, सैनेटाइजर का इस्तेमाल करने और शारीरिक दूरी का पालन करने जैसे सामान्य नियमों का सख्ती से पालन किया जाए। इन नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी संबंधित मंदिर प्रबंधन की होगी।
भाजपा कर रही थी मंदिर खोलने की मांग
विपक्षी भाजपा महाराष्ट्र में मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों को फिर से खोलने की मांग कर रही थी। पिछले महीने भाजपा ने कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया था। पिछले साल नवंबर में पहली कोरोनो वायरस लहर के बाद धार्मिक पूजा स्थलों को फिर से खोल दिया गया था, लेकिन मार्च 2021 में राज्य में दूसरी लहर शुरू होने के बाद उन्हें फिर से लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। भाजपा का आरोप था कि सरकार ने होटल और पब खोल दिए हैं, लेकिन मंदिर नहीं।
महाराष्ट्र में कोरोना की ताजा स्थिति
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना के 3,286 नए मामले सामने आए और 51 मरीजों की मौत हुई। इस तरह महाराष्ट्र में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 65,37,843 पहुंच गई, जबकि मरने वालों का आंकड़ा 1,38,776 हो गया है। यहां तक कुल 63,57,012 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। महाराष्ट्र में अब 39,491 सक्रिय मामले हैं। 2,58,653 लोग होम क्वारंटाइन में हैं और अन्य 1,462 संस्थागत क्वारंटाइन में हैं।