नई दिल्ली: देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में बन रहा है। इसका नाम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) रखा गया है। इस एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग से लेकर एनर्जी मैनेजमेंट के तमाम साधनों के लिए फ्रेंच मल्टीनेशनल कंपनी श्नाइडर इलेक्ट्रिक (Schneider Electric) से करार किया गया है। इस साझेदारी के तहत एयरपोर्ट की परिचालन दक्षता और स्थिरता में सुधार लाने के उद्देश्य से व्यापक भवन और ऊर्जा प्रबंधन समाधान पेश किए जाएंगे।
क्या होगा नोएडा एयरपोर्ट पर
श्नाइडर इलेक्ट्रिक की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार कंपनी के सॉल्यूशन एयरपोर्ट पर अक्षय ऊर्जा स्रोतों को एकीकृत करेंगे। इसके साथ ऊर्जा खपत को अनुकूलित करने के लिए इंटेलीजेंट बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम से लैस करेंगे। इस सहयोग में HVAC सिस्टम, इलेक्ट्रिकल सिस्टम और प्लंबिंग की निगरानी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा, साथ ही बैगेज हैंडलिंग सिस्टम और पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज जैसे उप-सिस्टम को एकीकृत किया जाएगा, जिससे एयरपोर्ट का निर्बाध संचालन सुनिश्चित होगा।
ऊर्जा खपत की लाइव निगरानी
नोएडा एयरपोर्ट पर लगने वाले ये सिस्टम एनर्जी और KPI डैशबोर्ड प्रदान करेंगे। यह ऊर्जा खपत की लाइव निगरानी करेंगे, जिससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अपने स्थिरता लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलेगी। ये तकनीक ऊर्जा दक्षता में सुधार और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के अवसरों की पहचान करने में भी सहायता करेंगी।
कभी बिजली नहीं जाएगी
श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया के जोन प्रेसिडेंट तथा एमडी एंड सीईओ दीपक शर्मा का कहना है कि कंपनी के सॉल्यूशन निर्बाध बिजली आपूर्ति की गारंटी देंगे। मतलब कि कभी भी एयरपोर्ट पर बिजली गुल नहीं होगी। साथ ही श्नाइडर के सिस्टम एयरपोर्ट की महत्वपूर्ण प्रणालियों के व्यापक प्रबंधन की सुविधा प्रदान करेंगे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने श्नाइडर इलेक्ट्रिक की विशेषज्ञता की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके उन्नत सिस्टम एयरपोर्ट पर कुशल और सुचारू संचालन सुनिश्चित करेंगे।