मध्यप्रदेश एटीएस ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ( PFI) की लीगल विंग के महासचिव को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने उसे भोपाल से गिरफ्तार करने का दावा किया है। हालांकि, श्योपुर पुलिस ने उसे श्योपुर से पकड़ने की बात कही है। जांच एजेंसियों की टीमें जब आरोपी को पकड़ा है। तब उसके परिजन, पड़ोसियों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया, जिससे गाड़ी के शीशे भी टूटे हैं। लेकिन, यह टीमें आरोपी को लेकर कहीं रुके बिना शहर से बाहर लेकर निकल गईं। जांच एजेंसी ने बताया कि वाशिद खान 2017 से पीएफआई की लीगल विंग नेशनल कन्फेडेरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइंजेशन (NCHRO) से जुड़ा है। कोर्ट ने उसे 8 फरवरी तक के लिए जांच एजेंसी को सौंप दिया है। एटीएस आईजी डॉक्टर आशीष ने बताया कि आरोपी पेशे से वकील है।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार रात करीब 10 बजे काले रंग की गाड़ी में आई एटीएस टीम ने गैस एजेंसी रोड इलाके में रहने वाले वासिद खान पिता बाबू खान (26) को उसके घर से हिरासत में लिया। उससे कुछ पूछताछ की, फिर इन टीमों ने युवक को पकड़कर गाड़ी में बैठा लिया, और उसे लेकर जाने लगे। तभी लोगों ने पथराव कर दिया। हालांकि, इस पथराव में किसी को कोई चोट नहीं आई है।
कोतवाली पहुंचने के बाद पता लगी हकीकत
एटीएस की टीम ने जिस युवक को देर रात घर से उठाया है, उसके पड़ोसियों का कहना है कि, पहले उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी इसलिए गाड़ी पर पथराव कर दिया। बाद में जब कोतवाली पहुंचे तो पुलिस ने इधर-उधर फोन लगाकर जानकारी हासिल की। जिसमें बताया गया कि एटीएस की टीम युवक को लेकर गई है। उसके बाद हम लोग घर लौटे हैं। यह कुछ दिन पहले ही भोपाल से आया है। हमें नहीं पता था कि यह पीएफआई के लिए काम करता है। आरोपी भोपाल में रहता था। सप्ताहभर पहले ही वह श्योपुर पहुंचा था।
इंदौर कोर्ट से गिरफ्तार की गई महिला से जुड़े हैं तार
दरअसल, एनआईए और एटीएस की टीमों को जानकारी मिली थी कि वासिद खान पीएफआई नेटवर्क के लिए लंबे समय से काम कर रहा था। जिसके तार इंदौर न्यायालय में कोर्ट की कार्रवाई की रिकॉर्डिंग करते हुए गिरफ्तार की गई महिला से जुड़े हैं। इस पर एनआईए और एसटीएफ की टीमों ने किसी को कुछ बताए बिना आरोपी के घर पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किया गया युवक लंबे समय से भोपाल में रह रहा था। बताया गया है कि वहां यह वकालत तक काम करता था, जो इंदौर में महिला के गिरफ्तार होने के बाद श्योपुर लौटा है।
स्थानीय लोगों को भी इसकी जानकारी नहीं थी इस वजह से उन्होंने सोचा की कोई युवक का अपहरण करके ले जा रहा है, इसलिए उन्होंने गाड़ी पर पथराव कर दिया। देर रात गिरफ्तार किए गए आरोपी के परिजन और पड़ोसी भी कोतवाली पहुंचे जिन्हें जब पुलिस ने जानकारी दी तो वापस लौट गए।
जांच एजेंसियों को PFI के लिए काम करने की मिली थी सूचना: SP
एसपी आलोक कुमार सिंह का कहना है कि, गिरफ्तार किया गया युवक पीएफआई के लिए काम करता था इस तरह की सूचना एटीएस और दूसरी एजेंसियों को मिली थी, इस पर उन्होंने कार्रवाई की है।