नई दिल्ली: राहुल गांधी के साथ आज एक अजीब वाक्या हुआ। कांग्रेस सांसद गौतम अडाणी को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। राहुल बोल ही रहे थे कि अचानक लाइट चली गई। लाइट के अचानक गोल होने पर राहुल गांधी अपनी हंसी नहीं रोक पाए और जोर-जोर से हंसने लगे। हालांकि लाइट महज 4-5 सेकेंड के लिए ही गई और वापस आ गई। राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अडानी के साथ पीएम मोदी भी निशाने पर थे।
राहुल बोल रहे कि अचानक…
राहुल गांधी आज दिल्ली में कांग्रेस के दफ्तर पहुंचे थे, जहां उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की मदद से मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी पर हमला बोला। राहुल बोल ही रहे थे कि अचानक लाइट चली गई। कुछ सेकेंड्स के लिए कांग्रेस दफ्तर में अंधेरा छा गया, हलांकि इस दौरान राहुल गांधी मुस्कुराते दिखे। 5 सेकेंड बाद लाइट वापस आई जिसके बाद फिर सब सामान्य हो गया।
अडानी और पीएम मोदी पर सीधा अटैक
राहुल गांधी ने गौतम अडानी पर सीधा अटैक करते हुए सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट रिश्वत मामले को भी उठाया। उन्होंने इस मामले में अडानी का नाम आने पर कहा कि अब यह अमेरिका में बिल्कुल स्पष्ट और स्थापित हो चुका है कि अडानी ने भारतीय कानून और अमेरिकी कानून दोनों को तोड़ा है। अमेरिका में उन पर चार्जेस लगाए गए हैं। मुझे आश्चर्य हो रहा है कि अडानी इस देश में एक स्वतंत्र व्यक्ति की तरह क्यों घूम रहे हैं। मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है। अडानी ने जाहिर तौर पर 2000 करोड़ रुपये का एक घोटाला किया है और संभवतः कई अन्य घोटाले किए हैं,लेकिन वह बेखौफ घूम रहे हैं। हम इसे बार-बार दोहरा रहे हैं,यह इस बात की पुष्टि है कि हम क्या कह रहे हैं। प्रधानमंत्री अडानी को बचा रहे हैं और प्रधानमंत्री अडानी के साथ भ्रष्टाचार में शामिल हैं।
पीएम मोदी उनके रक्षक हैं- राहुल गांधी
उनसे पूछा गया कि वह संसद में कथित सौर ऊर्जा अनुबंध रिश्वत मामले में गौतम अडानी और अन्य पर आरोप लगाने वाले अमेरिकी अभियोजकों का मुद्दा उठाएंगे? तो इसका जवाब देते हुए राहुल ने कहा कि हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं। एलओपी के रूप में यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं इस मुद्दे को उठाऊं। पीएम मोदी इस आदमी की 100% रक्षा कर रहे हैं। इस व्यक्ति ने भ्रष्टाचार के माध्यम से भारत की संपत्ति अर्जित की है। वह भाजपा को समर्थन देते हैं,यह स्थापित हो गया है। हम इसे दोहराएंगे। जेपीसी हमारी मांग है लेकिन हम चाहते हैं कि अडानी को गिरफ्तार किया जाए। लेकिन हम जानते हैं कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री अडानी का समर्थन करते हैं, वह उनके रक्षक हैं।