नीट पेपर लीक पर मचे घमासान के बीच लोकसभा सत्र में भी इस मुद्दे की गूंज सुनाई दी। हुआ ये कि सोमवार को 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का आगाज हुआ। पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण हुआ। पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष के सदस्यों ने शपथ लेना शुरू किया। इसी दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सांसद के तौर पर शपथ लेने के लिए उठे। जैसे ही धर्मेंद्र प्रधान शपथ के लिए आगे बढ़े विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने नीट-नीट के नारे लगाए। विपक्ष ने अपने तेवर से जता दिया वो इस बार सरकार को किसी भी मुद्दे पर फ्री हैंड देने के मूड में नहीं हैं।
जानिए फिर क्या हुआ
हालांकि, विपक्ष के शोर शराबे के बीच भी धर्मेंद्र प्रोटेम स्पीकर के आसन के पास पहुंचे और बतौर सांसद शपथ लेकर नीचे आ गए। इस दौरान उन्होंने विपक्ष की तरफ नहीं देखा। शपथ लेकर नीचे उतरते वक्त उन्होंने पीएम मोदी का अभिवादन किया और फिर रजिस्टर पर साइन करके अपनी सीट पर जाकर बैठ गए
लोकसभा में नवनिर्वाचित सदस्यों को प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब शपथ दिलवा रहे हैं। सबसे पहले पीएम मोदी ने शपथ ग्रहण किया। इस दौरान सत्ता पक्ष के लोगों ने ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए। इसी बीच जब केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शपथ के लिए उठे तो विपक्षी सदस्य एक्टिव हो गए। उन्होंने नीट पेपर लीक मामले को लेकर सदन में नारेबाजी करने लगे। उन्होंने नीट-नीट के नारे लगाए। इस नारेबाजी के जरिए उन्होंने सीधा टारगेट शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को किया। हालांकि, विपक्षी नारेबाजी के बीच धर्मेंद्र प्रधान ने शपथ ग्रहण किया।