ईरान-इजरायल के बढ़ते तनाव के बीच सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने अपने कर्मचारियों को नसीहत दी है। सुंदर पिचाई ने एक ब्लॉग के जरिए अपने विचार रखे हैं। एक ब्लॉग पोस्ट में, पिचाई ने कहा कि कर्मचारियों को यह ध्यान देने की ज़रूरत है कि “हम कैसे काम करते हैं, सहयोग करते हैं, चर्चा करते हैं और यहां तक कि असहमत भी होते हैं।” लेकिन काम पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। दरअसल पिछले दो दिन गूगल के कर्मचारियों के लिए काफी उथल-पुथल भरे रहे हैं। इस दौरान सबसे पहले कंपनी के इजरायल के साथ मिलकर काम करने के विरोध में धरना-प्रदर्शन करने वाले 9 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं इसके एक दिन बाद विरोध प्रदर्शन करने के सिलसिले में 28 कर्मचारियों को निकाल दिया गया। इसके बाद सुंदर पिचाई ने अपने विचार रखे हैं।
सुंदर पिचाई ने कही ये बात
सुंदर पिचाई ने कहा कि गूगल में खुली चर्चा की संस्कृति रही है। यह गूगल को शानदार प्रोडक्ट बनाने में सक्षम बनाती है। इसे बनाए रखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आखिरकार हम एक कार्यस्थल हैं। ऐसे में हमारी नीतियां और अपेक्षाएं स्पष्ट हैं। यह एक बिजनेस है न कि ऐसी जगह है जहां कर्मचारियों को असुरक्षित महसूस कराने और कंपनी को व्यक्तिगत मंच के रूप में इस्तेमाल करने के प्रयास या राजनीतिक बहस करने के प्रयास के लिए यूज किया जाए। सुंदर पिचाई का यह संदेश गूगल के सुरक्षा प्रमुख क्रिस रैको द्वारा कर्मचारियों को भेजे एक सख्त मैसेज के बाद आया है। रैको ने कहा है कि सभी कर्मचारियों को पता होना चाहिए कि कार्यस्थल पर खुद को कैसे संचालित करना है और यह जानना चाहिए कि अधिकांश कर्मचारी सही काम करते हैं।
कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी
क्रिस रैको ने सभी कर्मचारियों को एक सख्त चेतावनी देते हुए कहा, ‘अगर आप उन कुछ लोगों में से हैं जो यह सोचने के लिए लुभाए जाते हैं कि हम अपनी नीतियों का उल्लंघन करने वाले आचरण को नजरअंदाज करने जा रहे हैं, तो दोबारा सोचें।’ गूगल के सीईओ ने कहा कि Google के कर्मचारियों को आब्जैक्टिव होना चाहिए। पिचाई ने कर्मचारियों से कहा, “जब हम काम पर आते हैं, तो हमारा लक्ष्य दुनिया की जानकारी को व्यवस्थित करना और उसे सुलभ और उपयोगी बनाना होता है। कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि हम इस पर ध्यान केंद्रित करके काम करेंगे।”