मुंबई: रतन टाटा (Ratan Tata) अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनकी जगह अब नोएल टाटा (Noel Tata) टाटा ट्रस्ट (Tata Trust) के अध्यक्ष बन गए हैं। वह पलोनजी के दामाद हैं। यही वजह है कि अब टाटा संस के आईपीओ को लेकर फिर से कयास लगने लगे हैं। मामले से जुड़े लोग ऐसी बातें करने लगे हैं कि शायद जल्द ही टाटा संस (Tata Sons) का आईपीओ आ जाए। रिजर्व बैंक (RBI) ने इसकी लिस्टिंग के लिए सितंबर 2025 तक का वक्त दिया है।
एसपी ग्रुप चाहता है लिस्टिंग
टाटा ग्रुप (Tata Group) की होल्डिंग कंपनी टाटा संस है। इसमें शापूरजी पलोनजी ग्रुप (SP Group) की 18.5 फीसदी की हिस्सेदारी है। एसपी ग्रुप चाहता है कि टाटा संस जल्द से जल्द लिस्ट हो ताकि उनकी कंपनी के शेयर का फेयर वैल्यू पता चले। इसके साथ ही वह कुछ शेयर बेचकर अपना कर्ज चुका सकती है। मीडिया में ऐसी खबर आई है कि बीते 16 सितंबर टाटा संस के शेयरहोल्डर्स की हुई वार्षिक बैठक में भी एसपी ग्रुप ने इसे उठाया था। दरअसल, टाटा भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड है, जिसका मूल्य इस साल जून में 28.6 बिलियन डॉलर था।
रिजर्व बैंक का क्या है कहना
रिजर्व बैंक ने टाटा संस का क्लासिफिकेशन नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) अपर लेयर में किया है। इस तरह की कंपनियों को सितंबर 2025 तक लिस्टिंग कराने का वक्त मिला है। हालांकि, कंपनी ने साल 2023-24 में ही अपना 21,813 करोड़ रुपये का पूरा ऋण चुका कर रिजर्स बैंक के पास आवेदन दिया है कि उसे एनबीएफसी अपर लेयर से डिसक्लासिफाई कर दिया जाए। ऐसा करने से कंपनी अनरजिस्टर्ड कोर इनवेस्टमेंट कंपनी (CIC) रह जाएगी। फिर उसे लिस्टिंग के लिए बाध्य नहीं किया जा सकेगा। रिजर्व बैंक ने अभी तक इस आवेदन पर फैसला नहीं लिया है।