राजस्थान के कोटा में धारा-144 लागू की गई है। यह 21 अप्रैल तक रहेगी। अब जिले में पांच या इससे अधिक लोग एक साथ इकट्ठा नहीं हो सकेंगे। सरकार ने फिल्म द कश्मीर फाइल्स के कारण ऐसा किया है। दरअसल जिला प्रशासन को विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म के कारण साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न होने का डर है। कलेक्टर राजकुमार सिंह ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी किए। अब शहर में एक माह तक कोई जुलूस और प्रदर्शन नहीं होगा। आदेश में कहा गया है, ‘शहर में कोई भी शख्स राइफल, पिस्टल, बंदूक और धारदार हथियार लेकर नहीं चल सकेगा।’ सिख समुदाय के लोगों को कृपाण रखने की इजाजत होगी। वहीं कोटा में धारा 144 लागू किए जाने के राजनीति कारण बताए जा रहे हैं।
भाजपा नेताओं का विरोध प्रदर्शन
दरअसल बीजेपी नेता प्रहलाद गुंजल ने मंगलवार को प्रदेश स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के खिलाफ शहर में महिलाओं का प्रदर्शन रखा था। इस प्रदर्शन में 10 हजार औरतों के शामिल होने का दावा था। धारीवाल द्वारा बीते दिनों विधानसभा में महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक बयान के विरोध में यह प्रदर्शन होना था। गुंजल ने कहा कि कोई इस प्रदर्शन को रोक नहीं सकता। भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा, ‘द कश्मीर फाइल्स की तारीफ हर जगह हो रही है।’ सिनेमाघरों में मूवी देखने के लिए दर्शकों को उत्साह दिख रहा है। फिल्म को कोटा के लोग नहीं देख पाएंगे। धारा-144 लगाने का निर्णय प्रशासन द्वारा दुर्भाग्यपूर्ण है।
विवेक अग्निहोत्री ने किया विरोध
इधर फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने धारा-144 लागू किए जाने पर विरोध किया। उन्होंने केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अनुराग ठाकुर जी, अगर लोकतंत्र में न्याय के अधिकार पर बनी फिल्म को प्रदेश ही नाकाम करती है, तो हमें न्याय के बारे में क्या सोचना चाहिए? अग्निहोत्री ने आगे लिखा, ‘अशोक गहलोत जी, आतंकियों की ताकत सिर्फ इतनी है कि वो डर पैदा करते हैं और हम डार जाते हैं।
कश्मीर से जुड़े मुद्दों की सर्चिंग में इजाफा
वहीं सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर काफी सर्च किया गया। द कश्मीर फाइल्स के रिलीज होने के बाद गूगल ट्रेंड पर भारत में 3 से 4 नंबर पर रही। ट्विटर पर भी #thekashmirfiles ट्रेंड कर रहा है। पिछले एक हफ्ते में इससे जुड़े मुद्दे के बारे में जानने को लेकर इजाफा हुआ है।