भारत से तुर्की जाने की प्लानिंग कर रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अब भारतीय यात्रियों को तुर्की जाने पर 10 दिन क्वारैंटाइन नहीं रहना होगा। तुर्की की सरकार ने वैक्सीनेटेड यात्रियों को छूट देने का ऐलान किया है। हालांकि, ये राहत उन यात्रियों को ही दी जाएगी, जिन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) या तुर्की सरकार की अप्रूव्ड वैक्सीन लगवाई है।
यह नियम 12 साल से ज्यादा उम्र के हर व्यक्ति पर लागू होगा। यात्रा करने के लिए कम से कम 14 दिन पहले वैक्सीन का दूसरा डोज लेना जरूरी है। जिन वैक्सीन को अप्रूवल मिला है, उसमें फाइजर, बायोटेक, स्पुतनिक वी और सिनोवैक शामिल है। भारत में लगाई जा रही एस्ट्राजैनेका की कोवैक्सिन को भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है।
RT-PCR टेस्ट फिर भी जरूरी
वैक्सीन सर्टिफिकेट होने के बाद भी, भारत से तुर्की जाने वाले यात्रियों को RT-PCR टेस्ट कराना जरूरी है। यात्रियों को 72 घंटे पहले की गई रिपोर्ट दिखानी होगी। जिन यात्रियों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें 10 दिन तक होटल या किसी क्वारैंटाइन सेंटर में रहना होगा।
7 महीने में तुर्की पहुंचे 1 करोड़ से ज्यादा टूरिस्ट
तुर्की में 4 सितम्बर तक 18 साल के ज्यादा उम्र के 79% लोगों को वैक्सीन का पहला डोज और 62% लोगों को दोनों डोज लगा चुके हैं। महामारी के बावजूद भी 1.19 करोड़ यात्री जनवरी से लेकर जुलाई तक तुर्की गए थे। जुलाई 2021 में तुर्की पहुंचने वाले इंटरनेशनल पर्यटकों की संख्या 43 लाख थी। इससे पता चलता है कि दुनियाभर से कितने ज्यादा लोग तुर्की घूमने पहुंचते हैं।
ब्रिटेन ने भी भारत को रेड लिस्ट से हटाया
ब्रिटेन ने भी हालात सुधरने के बाद भारत को ट्रैवल से संबंधित रेड लिस्ट से हटाकर एम्बर लिस्ट में डाल दिया है। एम्बर लिस्ट में रहने वाले देश के यात्रियों को 10 दिन के लिए क्वारैंटाइन नहीं किया जाता। हालांकि, उन्हें ब्रिटेन पहुंचने के 2 दिन के अंदर दोबारा RTPCR टेस्ट कराना होता है।
ब्रिटेन ने सिर्फ यूके, ईयू और यूएस की अप्रूव्ड वैक्सीन को ही मान्यता दी। इसके अलावा कोई और वैक्सीन लगने की स्थिति में 2 सप्ताह बाद ही यात्रा की जा सकती है।