पाकिस्तान आज पूरे देश में मातम के साथ यौम-ए-इस्तेहसाल मना रहा है। इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और वहां की सेना ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला है। हर साल की तरह इस साल भी पाकिस्तान ने कश्मीरियों के प्रति अपने समर्थन को दोहराया है और संयुक्त राष्ट्र वाला राग अलापा है।
पाकिस्तान में आज यौम-ए-इस्तेहसाल मनाया जा रहा है। दरअसल, पाकिस्तान हर साल जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने की बरसी को इसी तरह से मातम के साथ मनाता है। इस मौके पर पाकिस्तानी सेना ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला है। पाकिस्तानी सेना ने आरोप लगाया है कि जम्मू कश्मीर में भारत की कार्रवाइयों से क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हुआ है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने यह नहीं बताया कि वह अपनी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद को कैसे बढ़ावा दे रहा है। कश्मीर में जारी पाकिस्तानी आतंकवाद में हजारों निर्दोष नागरिकों की मौत हो चुकी है। इसी आतंकवाद के कारण पाकिस्तान को पूरी दुनिया में हिकारत की नजरों से देखा जा रहा है। इसके बावजूद पाकिस्तानी हुक्मरानों को समझ नहीं आ रहा कि आतंकवाद को पालने-पोसने से उसे कोई फायदा नहीं होने वाला।
जम्मू-कश्मीर में मानवीय संकट का लगाया आरोप
पाकिस्तानी सेना के प्रॉपगैंडा विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि , “मोदी के नेतृत्व वाले प्रशासन की लगातार बयानबाजी और शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों के कारण जम्मू और कश्मीर में मानवीय और सुरक्षा संकट बढ़ा है और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए लगातार खतरा पैदा कर रहा है।” आईएसपीआर के अनुसार, ”संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए उनके उचित संघर्ष में कश्मीर के बहादुर लोगों के साथ चेयरमैन ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएसएससी), सेवा प्रमुखों और पाकिस्तान सशस्त्र बलों ने एकजुटता दिखाई है।”
पाकिस्तानी सेना ने मानवाधिकार पर दिया ज्ञान
आईएसपीआर ने भारत पर कश्मीर में सैन्य लॉकडाउन लगाने का आरोप लगाया। उसने कहा कि भारत कश्मीर की जनसांख्यिकी को बदलने के लिए अवैध उपाय कर रहा है। मजे की बात यह है कि पाकिस्तान ने भारत पर मानवाधिकारों से उल्लंघन का आरोप लगाया। यह वही पाकिस्तान है, जो मानवाधिकारों के हनन को लेकर पूरी दुनिया में बदनाम है। पाकिस्तान में तो विपक्षी नेता या नेता प्रतिपक्ष के भी मानवाधिकारों का सम्मान नहीं किया जाता है। ऐसे सरकारी उत्पीड़न के गवाह पूर्व प्रधानमंत्री और सबसे ताकतवर पार्टी के मुखिया नवाज शरीफ, उनके भाई और वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अब वर्तमान में विपक्षी पार्टी के प्रमुख पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान खुद हैं।
शहबाज ने भी भारत के खिलाफ जहर उगला
इस अवसर पर बोलते हुए, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कश्मीरियों के लिए अपना समर्थन को दोहराते हुए भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरी लोगों के स्वतंत्रता संग्राम के उचित और उचित कारण को अपना नैतिक, राजनीतिक और राजनयिक समर्थन देना जारी रखेगा। हालांकि, वो भूल गए कि उनका देश कश्मीर के एक बड़े हिस्से पर अवैध तरीके से कब्जा किया हुआ है। उन्होंने अपने जहरीले भाषण में कहा “यह हमारे कश्मीरी भाइयों और बहनों के लिए पाकिस्तान की स्थायी प्रतिबद्धता और वादा है कि हम हर मंच पर उनकी आवाज उठाएंगे, जब तक कि दुनिया कार्रवाई नहीं करती और भारत से अपने गंभीर मानवाधिकारों के उल्लंघन और कश्मीर पर जबरन कब्जे को खत्म करने, सभी एकतरफा और अवैध को खत्म करने का आग्रह नहीं करती।”