2024 के चुनावी रण में बीजेपी बहुमत से दूर क्या रह गई विपक्ष ज्यादा ही उत्साह में दिख रहा। खास तौर से संसद में इंडिया ब्लॉक लगातार केंद्र को घेरने की कोशिश में जुटा नजर आता है। चाहे बजट भाषण रहा हो या फिर जातीय जनगणना और अग्निवीर योजना जैसे मुद्दे। विपक्ष की ओर से लगातार मोदी सरकार पर जोरदार अटैक की कवायद हुई। हालांकि, संसद के मौजूदा मॉनसून सत्र में ऐसा लग रहा कि बीजेपी भी आर-पार के मूड में आ गई है। यही वजह है कि बीजेपी ने विपक्ष से लड़ने के लिए मानो अपनी रणनीति बदल दी है। इसका पता उस समय चला जब पार्टी की ओर से अनुराग ठाकुर और अश्विनी वैष्णव ने मोर्चा संभाला। विपक्षी सांसदों की ओर से किए गए दावों पर पलटवार के लिए बीजेपी ने ‘जैसे को तैसा’ वाला दांव चला है।
जब अखिलेश-अनुराग भिड़ गए
बीजेपी की बदले दांव का पता उस समय चला जब 30 जुलाई को अखिलेश यादव आम बजट पर चर्चा के दौरान अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने अग्निवीर योजना को लेकर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा था कि अग्निवीर वाली जो नौकरी है, कोई भी नौजवान जो फौज की तैयारी करता है वो कभी स्वीकार नहीं करेगा। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि सरकार खुद स्वीकार करती है कि ये स्कीम ठीक नहीं है। जैसे ही अखिलेश ने ये बातें कही तो बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने इस पर तुरंत रिएक्ट किया।