नगर के वीरांगना रानी अवंती बाई स्टेडियम में 28 जनवरी को जनपद पंचायत के तत्वावधान में विकासखंड स्तरीय आनंद उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन अव्यवस्था से भरा रहा जहां पर किसी प्रकार से जिम्मेदार व्यक्ति की उपस्थिति का अभाव लगातार बना रहा। जिस पर उपस्थित शिक्षक शिक्षिकाओं सहित विद्यार्थियों ने आक्रोश व्यक्त किया वही पूर्व तैयारियों के साथ व्यवस्थित रूप से कार्यक्रम आयोजन किए जाने शासन प्रशासन से मांग की गयी। इस दौरान विभिन्न खेल प्रतियोगिता कराई गई जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। जिसमे किसी प्रकार से चोटिल हुए विद्यार्थी फस्ट्रेट सुविधा के लिए तरसते रहे तो वही पेयजल नाश्ते की पर्याप्त व्यवस्था नहीं रही। खेल आयोजनों में भी अव्यवस्था देखी गई जहां पर कबड्डी बालक और बालिका दोनों वर्ग में कराई गई जिन्होंने मेड की जगह मुरम की जमीन पर कबड्डी प्रतियोगिता संपन्न की। इस दौरान कई छात्र छात्राओं को चोटिल होना पड़ा ऐसी ही कई प्रकार की अव्यवस्थाओं से पूरा आयोजन भरा रहा। जिसमें उपस्थित छात्र-छात्राओं व शिक्षक शिक्षिकाएं परेशान होते नजर आए।
विकासखंड स्तर में केवल कुछ ही विद्यालय के विद्यार्थी हुए शामिल
शासन के निर्देशानुसार पूरे विकासखंड क्षेत्रों में आनंद उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसका समापन विकासखंड स्तर पर भव्य आनंद मेला आयोजित कर किया जाना था। जिसमें पूरे विकासखंड के विद्यार्थी उपस्थित होकर अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करते परंतु जिम्मेदार प्रशासन के द्वारा उक्त आयोजन को खानापूर्ति के रूप में आयोजित किया जिसमें कुछ आसपास के और नगर के विद्यार्थियों को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
आनंद उत्सव कार्यक्रम के लिए जवाबदार कौन
विकासखंड स्तरीय आनंद उत्सव कार्यक्रम में अव्यवस्था उजागर होने पर पद्मेश के द्वारा कार्यक्रम के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की गई तो उनके द्वारा उक्त आयोजन को लेकर जिम्मेदारी एक दूसरे के ऊपर थोपते नजर आये। जिसमें जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा बीआरसी को प्रभारी बनाना बताया गया तो वही बीआरसी के द्वारा कार्यक्रम की निगरानी के लिए प्रभारी होना और जनपद पंचायत व्यवस्था के लिए जिम्मेदार होना बताया गया। इस प्रकार से एक दूसरे पर कार्यक्रम की जिम्मेदारी थोपते हुए प्रशासनिक अधिकारी नजर आये।
विद्यार्थियों को लेकर पहुंचे कोच पेमेंद्र पारधी ने पदमेश को बताया कि वह अपने विद्यार्थियों को लेकर सुबह 11 बजे से आनंद उत्सव में उपस्थित हुए हैं जहां पर हर तरफ अव्यवस्था फैली हुई है। जिसमें किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है इस प्रकार के आयोजन में सबसे प्रमुख व्यवस्था होती है फस्ट्रेट की यदि कोई विद्यार्थी चोटिल हो जाता है तो उसकी चोट में लगाने के लिए मलहम तक नहीं है पानी की व्यवस्था नहीं है खेलों के लिए पर्याप्त साधन नहीं है ऐसी कई प्रकार की अव्यवस्था है जिस पर प्रशासन को पूर्व तैयारी कर व्यवस्था बनाई जानी थी। परंतु अब सभी विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है यहां तक कि नाश्ता भी कुछ विद्यार्थियों को मिल पाया है बाकी विद्यार्थी नाश्ते की रास्ता देख रहे है।
छात्रा लक्ष्मी उइके ने पदमेश को बताया कि वह झालीवाड़ा से कबड्डी खेलने के लिए टीम के साथ आए हुए हैं जहां पर कबड्डी मेट की जगह जमीन पर खिलाई गई जिसके कारण वह और उनके साथ कुछ लोग चोटिल हो गए हैं। ऐसे में चोट में मलहम लगाने के लिए भी नहीं है कार्यक्रम में किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है पीने के लिए पानी खाने के लिए नाश्ता तक नहीं है और आयोजन के जिम्मेदार भी उपस्थित नहीं है। ऐसे में हर किसी को परेशानी हो रही है।
बीआरसी कार्यालय से उपस्थित बीएसई बालचंद राहंगडाले ने पदमेश को बताया कि यह आयोजन जनपद पंचायत वारासिवनी का है जिनके द्वारा व्यवस्था की जानी थी परंतु पीने के पानी की खेल सामग्री व अन्य प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके कारण छात्र-छात्राओं को परेशान होना पड़ रहा है यहां पर करीब 10 से 12 विद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए हैं जिनके द्वारा खेल प्रतियोगिता संपन्न की जा रही है उक्त स्थिति के बारे में बीआरसी अधिकारी को जानकारी दी जाएगी।
जनपद पंचायत सीईओ गौरीशंकर डेहरिया ने कैमरे में बयान देने से मना कर मौखिक चर्चा मैं पद्मेश को बताया कि विकासखंड स्तरीय आनंद उत्सव कार्यक्रम के लिए प्रभारी बीआरसी सत्येंद्र शरणागत को बनाया गया था। वही बच्चों के फस्ट्रेट के लिए सिविल अस्पताल को पत्र लिखा गया था यदि इस प्रकार की अव्यवस्था है तो कार्यक्रम का निरीक्षण कर समस्त जिम्मेदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जायेगा।
बीआरसी सत्येंद्र शरणागत ने पद्मेश से दूरभाष पर चर्चा में बताया कि यह पूरा आयोजन जनपद पंचायत का था उन्हें इस कार्यक्रम मैं व्यवस्था के लिए जिम्मेदारी थी। हमें केवल निगरानी के लिए प्रभारी बनाया गया था जनपद के द्वारा आनन-फानन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। ऐसे में 28 जनवरी को विज्ञान प्रदर्शनी व विभिन्न कार्यक्रम थे जिसके कारण बीआरसी से बालचंद राहंगडाले को निगरानी के लिए कार्यक्रम में भेजा गया था एवं वह दूसरे कार्यक्रमों में गए हुए थे।