बालाघाट(पदमेश न्यूज़)।राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली, और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार ,माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश / अध्यक्ष महोदय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमान दिनेश चन्द्र थपलियाल के कुशल मार्गदर्शन में शनिवार 14 दिसंबर को नेशनल लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया।नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदय श्री दिनेश चन्द्र थपलियाल के कर कमलों से विशेष न्यायाधीश (एट्रोसिटी एक्ट) के.एस. बारिया, जिला न्यायाधीश / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुरेन्द्र सिंह गुर्जर एवं अन्य न्यायाधीशगण एवं गणमान्य अतिथिगण की गरिमामय उपस्थिति में किया गया।उक्त नेशनल लोक अदालत में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री दिनेश चन्द्र थपलियाल द्वारा जिला न्यायालय बालाघाट में लोक अदालत के आयोजन के दौरान भ्रमण कर मौके का अवलोकन किया गया। साथ ही जिला न्यायालय परिसर में जिला आयुष विभाग के सहयोग से स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन भी किया गया है जिसमें पक्षकारगण, अधिवक्तागण एवं कर्मचारीगण का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाईओं का वितरण किया गया है।इसके अलावा जिला न्यायालय परिसर में 70 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए शिविर का आयोजन भी किया गया।
8591 प्रकरणों में से 1280 प्रकरणों का किया गया निपटारा
जिले में आयोजित इस नेशनल लोक अदालत में प्री-लिटिगेशन (मुकदमा पूर्व) प्रकरण में कुल 7620 प्रकरण रखे गए जिसमे से 816 प्रकरण निराकृत कर13888147/- की अवॉर्ड राशि प्राप्त हुई। इसी प्रकार लंबित प्रकरण (न्यायालयों द्वारा रैफर प्रकरण) में कुल 971 प्रकरण रखे गए जिसमे से 464 प्रकरण निराकृत हुए वही 31810252/- की अवॉर्ड राशि प्राप्त हुई।इस प्रकार कुल 8591 प्रकरण रखे गए जिसमे से 1280 प्रकरणों का निराकरण कर 45898399/- की अवॉर्ड राशि प्राप्त हुई।उक्त कार्यक्रम में प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम कुमार डार्वी, विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो) श्रीमती नौशीन खान, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनीष सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्रीमती प्रियंका विश्वकर्मा, विकास विश्वकर्मा, भूपेन्द्र सिंह, अविनाश छारी, श्रीमती शिखा शर्मा, जिला विधिक सहायता अधिकारी जीतेन्द्र मोहन धुर्वे सहित समस्त बैंक बीमा, पुलिस विभाग के अधिकारीगण एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायालय के कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
21 न्यायिक खण्डपीठों में हुआ आयोजन
नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण के लिए जिले भर में 21 खंडपीठ बनाए गए थे जिनमें आपसी रजामंदी से प्रकरणों का निराकरण किया गया।इसमें जिला न्यायालय बालाघाट में 9 खण्डपीठ का गठन किया गया तो वही सिविल न्यायालय बैहर में 03 खण्डपीठ, सिविल न्यायालय कंटगी में 02 खंडपीठ, सिविल न्यायालय लांजी में। खंडपीठ तथा सिविल न्यायालय वारासिववनी हेतु 6 खंडपीठों का गठन किया गया है। इस प्रकार संपूर्ण जिले में 21 न्यायिक खण्डपीठों का गठन किया गया न्यायालयों में लंबित विभिन्न प्रकृति के प्रकरणों मेंः- आपराधिक शमनीय प्रकरण, पराक्राम्य अधिनियम की धारा 138 के अंतर्गत प्रकरण, बैंक/मनी रिकवरी संबंधी मामलें, एम.ए.सी.टी. प्रकरण (मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा प्रकरण). वैवाहिक प्रकरण, श्रम विवाद प्रकरण, भूमि अधिग्रहण के प्रकरण एवं जल कर/विद्युत चोरी सहित शमनीय प्रकरण और दीवानी इत्यादि विभिन्न प्रकृति के महत्वपूर्ण मामले रखे गये। इसके अलावा प्री-लिटिगेशन (मुकदमा पूर्व) के अंतर्गत बैंक रिकवरी संबंधी मामले तथा विद्युत एवं जल कर/बिल संबंधी (सिर्फ शमनीय प्रकरण), आपराधिक शमनीय प्रकरण, वैवाहिक प्रकरण, दीवानी इत्यादि सभी प्रकार के मामले लोक अदालत में निराकरण हेतु विचारार्थ रखे गये।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जताया आभार
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री दिनेश चन्द्र थपलियाल द्वारा नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण में जिले के समस्त दैनिक समाचार पत्रों के प्रधान संपादक/संपादकगण, प्रिंट तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया के सभी सदस्यगण द्वारा नेशनल लोक अदालत की सफलता हेतु विशेष रूप से सक्रिय सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया गया। इसके अतिरिक्त समस्त न्यायाधीशगण, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारीगण, अधिवक्तागण एवं समाजसेवीगण तथा आमजन एवं दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से आए हुए पक्षकारगणों को लोक अदालत के इस पावन कार्य में सहयोग हेतु भी आभार व्यक्त किया गया। माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा न्यायदान की इस पावन परम्परा को भविष्य में भी इसी प्रकार संचालित करने के लिए सभी से सार्थक सहयोग की अपेक्षा की गयी है।