लंबे समय बाद बालाघाट जिले में एक बार फिर से लंपी बीमारी अपने पांव पसारते हुए नजर आ रही है। जहां इन दिनों नगर की विभिन्न गलियों चौक चौराहा में घूम रहे आवारा मवेशियों में लंपी बीमारी के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। मतलब साफ है कि लंबे समय बाद एक बार फिर से लंपी बीमारी मवेशियों में देखने को मिल रही है ।जिसका एक नजारा बुधवार को नगर के वार्ड नं 32 मोती नगर में देखने को मिला।गलियो मंे विचरण करते आवारा मवेशियों में लंपी बीमारी जैसे लक्षण दिखाई देने पर वार्ड के जागरूक रहवासी द्वारा इसकी सूचना पशु चिकित्सा विभाग के चिकित्सक डॉ. घनश्याम परते को दी गई। जिसे गंभीरता से लेते हुए पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम परते तत्काल ही पशु चिकित्सा कर्मी के साथ मौका स्थल पहुंचे और गाय एवं एक बछड़े में लंपी बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल ही उनका प्राथमिक उपचार किया।आपको बताए कि पशुओं में होने वाली संक्रमण लंपी बीमारी का कहर बालाघाट देख चुका है, जहां एक बार सैकड़ो की संख्या में बीमारीग्रस्त कई पशुओं ने दम भी तोड़ दिया। जिसके बाद पशु चिकित्सा विभाग ने इस ओर गंभीरता से टीकाकरण अभियान चलाकर इस बीमारी पर कंट्रोल पाया था। जिसके बाद लंपी बीमारी को जिले में लगभग खत्म ही माना जा रहा था लेकिन 27 सितंबर बुधवार को नगरीय क्षेत्र में घूम रहे आवारा मवेशियों में एक बार फिर लंपी बीमारी के लक्षण देखे जा रहे हैं।
आवारा मवेशियों के चलते पालतू मवेशियों में भी आ सकती है बीमारी
एक जानकारी के अनुसार नगर पालिका क्षेत्र में सैकड़ो मवेशी ऐसे हैं जो आवारा सड़कों पर यमदूत बनकर घूम रहे हैं ।ऐसे में यदि एक आवारा मवेशी में लंबी बीमारी का लक्षण पाया जाता है और वह मवेशी अन्य आवारा मवेशियों के संपर्क में आता है तो निश्चित तौर पर लंपी बीमारी संख्या के मवेशी बढ़ जाएंगे और आवारा मवेशियों के चलते घरेलू व पालतू मवेशियों में भी यह बीमारी फैलती चली जाएगी।जिस पर रोकथाम लगाने के लिए नगर में घूम रहे आवारा मवेशियों पर लगाम लगानी चाहिए। वही नगर पालिका के जिम्मेदारो को भी हाका गैंग नगर में उतरकर आवारा मवेशियों की धड़पकड़ शुरू करनी चाहिए। ताकि आवारा मवेशियों में पैर पसार रही लंपी बीमारी पर रोक लगाई जा सके ।
आवारा मवेशियों से बीमारी फैलने का खतरा है- डॉ परते
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम परते ने बताया कि नगरीय क्षेत्र में विचरण करने वाले मवेशियों में लंपी बीमारी के लक्षण दिखाई देने की जानकारी के बाद टीम के साथ पहुंचकर लंपी बीमारी के मवेशी में लक्षण दिखाई देने पर प्राथमिकी उपचार किया गया है, साथ ही हमने आसपास निवासरत लोगों से मवेशी पर नजर बनाये रखने की बात भी कही है और यदि यह बीमारी बढ़ती है तो एक बार फिर वेक्सीनेशन करवाकर बीमारी का निदान किया जायेगा। साथ ही उन्होंने नगरपालिका से अपील की है कि ऐसे मवेशी, जिनके मालिक का कोई अता-पता नहीं है, जो नगर में विचरण कर रहे है, ऐसे मवेशियों में यदि लंपी बीमारी होती है तो उसके फैलने की संभावना ज्यादा होती है। जिसे देखते हुए ऐसे मवेशियों के रख-रखाव के लिए उचित व्यवस्था की जायें ताकि बीमारी को फैलने से रोका जा सके।