पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हुए हमले को लेकर मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का बयान वायरल हो रहा है। इसमें वह इमरान खान को पोस्टमार्टम कराने की सलाह देते नजर आ रहे हैं। शहबाज कहते हैं कि इमरान को 4 गोलियां लगी हैं, 8 गोलियां लगी हैं या 16 गोलियां लगी हैं। यह देश को बताना चाहिए। आखिर अब तक पोस्टमार्टम क्यों नहीं हुआ। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के इस बयान को सुनकर लोग हैरान हैं कि क्या उन्हें नहीं पता कि पोस्टमार्टम तो मरे हुए लोगों का होता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स लिख रहे हैं कि क्या शहबाज इमरान का जीते जी ही पोस्टमार्टम कराना चाहते हैं? इस मामले में अब तक एफआईआर दर्ज न होने को लेकर शहबाज ने कहा कि अगर ऐसा है तो ये पंजाब सरकार से पूछें। आखिर पंजाब में तो उन्हीं की सरकार है, मेरी तो नहीं। पंजाब में उन्हीं का आईजी है, उन्हीं का मुंसिफ है। दरअसल, खान का आरोप कि उनकी हत्या के प्रयास के मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई, क्योंकि शिकायत से सेना के जनरल का नाम हटाए जाने तक अधिकारी मामला दर्ज करने से इनकार कर रहे हैं।
पंजाब प्रांत के वजीराबाद जिले में हकीकी आजादी मार्च के दौरान खान के कंटेनर पर 2 बंदूकधारी हमला किया था। इस गोलीबारी में खान के दाहिने पैर में गोली लगी थी। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख खान ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृहमंत्री राणा सनाउल्ला और मेजर जनरल फैसल नसीर ने उन्हें जान से मारने की साजिश रची। जैसे कि 2011 में पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर की धार्मिक उन्मादियों के हाथों हत्या कराई गई थी। शहबाज ने कहा कि खान पर हमले से संबंधित किसी भी साजिश में उनकी संलिप्तता पाए जाने पर वह पद छोड़ देंगे। अगर खान सबूत देते हैं कि मैं या गृह मंत्री या सैन्य अधिकारी साजिश में शामिल थे, तो मैं एक मिनट के लिए भी प्रधानमंत्री नहीं रहूंगा। मैं इस्तीफा दे दूंगा। शहबाज ने कहा कि खान की ओर से लगाए गए आरोपों ने पाकिस्तान की नींव पर प्रहार किया है और वह देश को अस्थिरता से बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सेना के खिलाफ सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खान सिर से पांव तक झूठे हैं और वह पाकिस्तान को तबाह करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।