कोरोना संक्रमण से गुरुवार को उज्जैन में एक बुजुर्ग महिला की मौत का पहला मामला सामने आया है। चार दिनों से 89 वर्षीय महिला माधव नगर अस्पताल में भर्ती थी। महिला को ब्रेन स्ट्रोक, बीपी तथा शुगर की बीमारी भी थी। उसे कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी थी। महिला का निजी अस्पताल में एंटीजन टेस्ट किया गया था जो पाजिटिव आया था, लेकिन माधव नगर अस्पताल में आरटीपीसीआर निगेटिव आया था। इस कारण उसे कोरोना पाजिटिव नहीं माना जा रहा है।
डाक्टरों का कहना है कि महिला के फेफड़ों में इन्फेक्शन फैल गया था। उसे आक्सीजन सपोर्ट के अलावा रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए गए थे। हालत गंभीर होने पर वेंटिलेटर पर भी रखा गया था, लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। अन्य बीमारी होने के कारण भी महिला की मौत हो गई। जिसके बाद कोरोना गाइडलाइन के तहत अंतिम संस्कार करवाया गया है।
दूसरी बुजुर्ग महिला को इंदौर किया रेफर – माधव नगर अस्पताल में भर्ती एक 70 वर्षीय महिला की हालत भी कुछ दिनों से गंभीर थी, उसे भी आक्सीजन लगाने के अलावा रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए गए थे। लेकिन हालत में सुधार नहीं हो रहा था। इस कारण स्वजन बेहतर उपचार के लिए महिला को इंदौर लेकर चले गए, जहां हालत स्थिर बनी हुई है।
बुधवार को मिले 107 नए मरीज – जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बुधवार को कुछ थमी हुई नजर आई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में 107 में मरीजों की पुष्टि हुई थी। इनमें 104 मरीज उज्जैन के शहरी क्षेत्र, एक बड़नगर तथा दो नागदा के हैं। जिले में 8 दिसंबर से अब तक कोरोना मरीजों की संख्या 778 हो गई है। सोमवार को 124 मरीज मिले थे। तो वहीं मंगलवार को आंकड़ा 170 पर पहुंच गया था। संक्रमण तहसील स्तर पर भी फैल गया है। बुधवार को पाजिटिविटी रेट घटकर 5.61 फीसद हो गया जबकि यह मंगलवार को 8.10 फीसद था।