एक महीने की लंबी राजनीतिक लड़ाई के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम गुरुवार को घोषित किए जाएंगे। मतगणना गुरुवार को सुबह 8 बजे से शुरू होगी। चुनाव रूप से राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा के साथ प्रमुख दावेदारों के रूप में एक बहुकोणीय मुकाबला देखा गया। अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाली अपना दल (सोनेलाल) बीजेपी के गठबंधन का हिस्सा रही है। उसने 18 सीटों पर इलेक्शन लड़ा था। निषाद पार्टी ने भी भाजपा के साथ मिलकर यूपी चुनाव लड़ा था। वहीं सपा ने राष्ट्रीय लोक दल के साथ गठबंधन किया। इसके अलावा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने भी सपा का हाथ पकड़ लिया।
403 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का निशान 202 है। एग्जिट पोल में भाजपा की सरकार बन रही है। वहीं रालोद और कुछ अन्य पार्टियों के साथ चुनाव लड़ने वाली सपा अपने प्रदर्शन में सुधार करेगी। मतदान समाप्त होने के बाद भी उत्तर प्रदेश का चुनावी बुखार मंगलवार को अखिलेश यादव द्वारा ईवीएम मशीनों में हेरफेर का आरोप लगाने के साथ तेज हो गया। इस मुद्दे को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
पिछले विधानसभा चुनावों को देखें तो भाजपा ने अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ 325 सीटें हासिल की। अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भाजपा गठबंधन का हिस्सा थीं। अकेले बीजेपी ने 312 सीटें जीती थी। जबकि अपना दल को 9 और एसबीएसपी को 4 सीटें मिली थी। सपा 47 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस केवल 7 सीटें, बसपा 19 सीटें और रालोद 1 सीट पर सिमट गई थी।
अब इस चुनाव में सबसे अधिक सुर्खियों में रहने वाला निर्वाचन क्षेत्र अयोध्या है। जिसका कारण राम मंदिर का निर्माण है। इस बीच राज्य सरकार ने परिणाम के दिन पूरे राज्य में शराब की बिक्री और संचालन पर रोक लगा दी है। यूपी विधानसभा के सभी 403 सदस्यों के चुनाव के लिए 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में चुनाव हुए। 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे।