‘मैं अपनी मर्जी से सुसाइड कर रही हूं, मेरी मौत की जिम्मेदार मैं खुद हूं। मेरे सास, ससुर, ननद, पति सभी बहुत अच्छे हैं। मैं अपनी लाइफ में किसी भी इंसान से कभी परेशान नहीं हुई। मेरे ससुराल वाले बहुत अच्छे हैं, मेरे पति बहुत केयरिंग हैं। मेरे लाइफ को लेकर कुछ सपने थे, जो पूरे नहीं हो पाए। इस वजह से ऐसा कदम उठा रही हूं…, मेरी मौत की जिम्मेदार मैं खूद हूं।’ ये बात दिव्या ने सुसाइड नोट में लिखकर फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
दरअसल, मामला मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के खिलचीपुर का है। जहां पीएससी एग्जाम क्लियर नहीं होने पर एक महिला ने घर में ही लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं महिला के परिवार वालों ने ससुराल पक्ष पर बेटी की हत्या का आरोप लगाया है।
अफसर बनना चाहती थी दिव्या
खिलचीपुर के कछोटिया गांव निवासी दीपक की भोपाल के बरखेड़ा पठानी की निवासी दिव्या से 22 मई 2021 को शादी हुई थी। वह पोस्ट ग्रेजुएट थी। दिव्या शुरू से ही अफसर बनाना चाहती थी। इसलिए आगे की पढ़ाई करने वह गांव को छोड़कर पति के साथ खिलचीपुर में रह रही थी। वह घर पर ही सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रही थी।
पति ने बताई वजह
महिला के पति दीपक शर्मा से बताया कि पत्नी दिव्या सिविल सर्विसेस की तैयारी में जुटी हुई थी। उसने दो से तीन बार प्रयास भी किया, लेकिन एग्जाम क्लियर नहीं हो पाया। एक बार उसने कहा था अगर मेरा एमपीपीएससी क्लियर नहीं हुआ तो मैं आत्महत्या कर लूंगी, लेकिन मैंने उसकी बात पर विश्वास नहीं किया। उसने फांसी क्यों लगाई इसका पता तो मुझे नहीं है। अगर कोई बात थी, तो मुझे तो बताना था।