ऑनलाइन ठगी कर लोगों के बैंक खातों से राशि आहरित करने के मामले में साइबर नोडल थाना कोतवाली बालाघाट द्वारा साइबर सेल के माध्यम से त्वरित कार्यवाही करते हुए नगर के ऐसे 3 फरियादियों को उनकी राशि वापस दिलाई गई। राशि वापस मिलने से फरियादियों में खुशी की लहर दौड़ गई और उनमें पुलिस प्रशासन के प्रति विश्वास भी जागृत हो गया है।
इन व्यक्तियों से फोन पे, पेटीएम वॉलेट पर कैशबैक प्राप्त होने फोन पे कस्टमर केयर कर्मचारी बनकर एवं परिचित व्यक्ति बनकर ई-वालेट्स पर पे रिक्वेस्ट भेज कर धोखाधड़ी पूर्वक यूपीआई पिन डलवाकर बैंक खातों से राशि अज्ञात व्यक्ति द्वारा आहरित की गई थी। पुलिस थाने में तत्काल शिकायत प्राप्त होते ही पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही करते हुए 158984 रुपये की राशि पीड़ितों को वापस दिलवाई गई।
जिन व्यक्तियों के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी कर बैंक खातों से राशि आहरित की गई थी, उनमे बालाघाट निवासी राजेश नगपुरे को अज्ञात व्यक्ति द्वारा कॉल करके फोन पे कर्मचारी बनकर 4999 रुपये का कैशबैक प्राप्त होने का कहकर फोन पे पर लिंक भेज कर धोखाधड़ी पूर्वक 92984 रुपये आहरित कर लिया गया था। वही दूसरे फरियादी लामता परसवाड़ा निवासी राहुल पटले को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन पे कर्मचारी बनकर कैशबैक प्राप्त होने की बात कहकर फोन पे पर लिंक भेज कर 16000 रुपये की धोखाधड़ी की गई थी। वहीं तीसरे फरियादी बालाघाट निवासी विजय कुमार गांगुली को भी इसी प्रकार फोन पे पर लिंक भेज कर 50000 रुपये की धोखाधड़ी कर उनके बैंक खाते से राशि आहरित कर लिया गया था।
इन तीनों प्रकरणों में फरियादियों को उनकी राशि वापस दिलाने के संबंध में कोतवाली थाने में प्रेस वार्ता आयोजित कर जानकारी देते हुए सीएसपी अपूर्व भलावी ने बताया कि अभी बहुत से प्रकरण ऑनलाइन धोखाधड़ी के सामने आ रहे हैं, फोन पे गूगल पे ऐप के माध्यम से ऑफर का लालच देकर लिंक पर क्लिक करने कहा जाता है या कभी-कभी बैंक वाले बन कर फोन कर लोगों के बैंक खातों से बैंक खातों से राशि निकाली जाती है। जिन्होंने तत्काल साइबर सेल में सूचना दी ऐसे तीन व्यक्तियों की राशि को वापस दिलवा दिया गया है। जनता से यही कहना है कि अपनी पर्सनल जानकारी कहीं भी शेयर नहीं करना चाहिए और अगर कहीं कोई फ्रॉड होता है तो घबराने के बजाय उसकी तुरंत सूचना साइबर सेल या पुलिस में देना चाहिए।