सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ओलिंपिक कांस्य विजेता विवेक सागर के साथ स्मार्ट सिटी पार्क में पौधारोपण किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान के निवास पर विवेक का मिठाई खिलाकर स्वागत किया एवं ओलिंपिक में बेहतर प्रदर्शन के लिए बधाई दी। इस दौरान खेल मंत्री यशोधरा राजे भी वहां मौजूद रहीं। इसके पहले विवेक सागर का भोपाल पहुंचने पर गुरुवार को राजा भोज एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया गया। खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया एवं खेल विभाग के अधिकारियों ने विवेक की आत्मीय अगवानी की। विवेक एयर इंडिया की नियमित दिल्ली उड़ान से सुबह 7:30 बजे भोपाल पहुंचे। उनकी अगवानी के लिए खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया कुछ समय पहले ही एयरपोर्ट पहुंच गई थीं। साई के डायरेक्टर सत्यजीत संकित, खेल विभाग के डायरेक्टर पवन जैन, जॉइंट डायरेक्टर विनोद प्रधान एवं बीएस यादव सहित खेल अकादमी के सदस्यों ने विवेक का भव्य स्वागत किया। खेल अकादमी से जुड़े सदस्यों ने एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही विवेक पर पुष्पवर्षा कर ढोल धमाकों के बीच उनका अभिनंदन किया। उत्साही युवाओं ने विवेक को कंधे पर उठाकर विजय मुद्रा में अभिनंदन किया।
अब स्वर्ण पदक पर है निगाहें
एयरपोर्ट पर ‘नवदुनिया’ से चर्चा करते हुए विवेक सागर ने कहा कि ओलिंपिक मैं भाग लेना एक खास अनुभव रहा। अब मेरा मकसद हाकी में भारत को स्वर्ण पदक दिलाना है। उनका अगला लक्ष्य यही होगा। विवेक ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारी टीम से बात की तो हमें बहुत अच्छा लगा, उन्होंने हमारा उत्साह बढ़ाया। पदक मिलने के बाद पूरे देश से शुभकामनाएं मिल रही हैं। इससे गर्व का अनुभव हो रहा है। खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया इस मौके पर कहा कि विवेक पर हमें गर्व है। खिलाड़ियों को लगातार प्रोत्साहन दिया जाएगा।
जब भावुक हुईं खेल मंत्री यशोधरा राजे
एयरपोर्ट पहुंची खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया उस वक्त भावुक हो उठी जब विवेक सागर ने टोक्यो ओलंपिक मेडल उनके हाथ में सौपा। खेल मंत्री ने मे डल को पहले अपने मस्तक से लगाया फिर मैडल विवेक के गले में पहनाया। इस वक्त उनकी आंखे खुशी से नम हो गईं। जब विवेक सागर से पूछा गया कि अगली बार स्वर्ण पदक लाएंगे तो विवेक सागर का कहना था कि जी हां, मैं मैडल का कलर चेंज करना चाहूंगा। उनकी इस बात पर खेल मंत्री ने खुशी व्यक्त करते हुए करतल ध्वनि से विवेक की बात का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अब शुरुआत तो हो गई। विवेक सागर ने आसमान को छू लिया। दूसरे खिलाडियों के लिए वे रोल मॉडल बन गए हैं। अन्य खिलाड़ियों को चाहिए कि वे भी विवेक सागर की तरह आसमान को छुएं। विवेक सागर ने यह साबित कर दिखाया है कि मध्य प्रदेश भी ओलंपिक मेडल जीत सकता है।
आज प्रदेश सरकार मिंटो हॉल में एक विशेष कार्यक्रम में विवेक सागर को सम्मानित करने जा रही है। अपने बेटे को मिली कामयाबी का जश्न देखने के लिए विवेक के पिता रोहित प्रसाद, भाई विद्यासागर, मां कमला प्रसाद और बहन पूजा भी गुरुवार सुबह भोपाल पहुंचे हैं। समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के साथ खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक पवन जैन समेत अन्य अफसर विवेक का सम्मान करेंगे।