जैसे-जैसे धान खरीदी की अंतिम तिथि नजदीक आते जा रही है वैसे-वैसे धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों की भीड़ बढ़ते जा रही है और क्षेत्रीय किसान आनन-फानन में ट्रेक्टरों व अन्य साधनों से अपनी धान लेकर खरीदी केन्द्रों पर पहुंच रहे है जिससे अव्यवस्था भरा माहौल निर्मित होने लगा है, ऐसा ही एक मामला ५ जनवरी को रात्रि में नवनिर्मित कृषि उपज मंडी बकोड़ा का उस समय प्रकाश में आया जब किसान भारी संख्या में अपनी धान लेकर मंडी पहुंचे।
जहां समिति के द्वारा समय से पूर्व ही मंडी के गेट को बंद कर दिये जाने से किसानों में आक्रोश उत्पन्न हो गया। मंडी के गेट को बंद किये जाने की जानकारी मिलने पर पहुंची पद्मेश की टीम ने पाया कि समिति के द्वारा गेट को बंद कर किसानों की धान से भरी ट्रेक्टरों व अन्य वाहनों को अंदर प्रवेश करने से रोक दिया गया था जिसको लेकर किसान आक्रोशित हो रहे थे, इस दौरान लगभग दो घंटे तक गेट को बंद रखा गया जिसके पश्चात किसानों के आक्रोश को देखते हुए समिति के द्वारा गेट को खुलवाकर किसानों की गाडिय़ों को अंदर प्रवेश करवाया गया तब जाकर किसानों का अक्रोश शांत हुआ।
जहां समिति के द्वारा समय से पूर्व ही मंडी के गेट को बंद कर दिये जाने से किसानों में आक्रोश उत्पन्न हो गया। मंडी के गेट को बंद किये जाने की जानकारी मिलने पर पहुंची पद्मेश की टीम ने पाया कि समिति के द्वारा गेट को बंद कर किसानों की धान से भरी ट्रेक्टरों व अन्य वाहनों को अंदर प्रवेश करने से रोक दिया गया था जिसको लेकर किसान आक्रोशित हो रहे थे, इस दौरान लगभग दो घंटे तक गेट को बंद रखा गया जिसके पश्चात किसानों के आक्रोश को देखते हुए समिति के द्वारा गेट को खुलवाकर किसानों की गाडिय़ों को अंदर प्रवेश करवाया गया तब जाकर किसानों का अक्रोश शांत हुआ।