मां नवचंडी देवीधाम में चैत्र नवरात्र पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। आदिशक्ति की मूर्ति मां नवचंडी देवी के रूप में स्थापित है। मन्नत के लिए पांच, 11 और 21 नारियल की तोरण श्रद्धालुओं द्वारा बांधी जाती है। पंच मशाल कांकड़ा आरती होती है। गरबों की प्रस्तुति होती है। चैत्र नवरात्र में कन्या पूजन और कन्या भोज भी होता है। वसंत पंचमी से रंग पंचमी तक मंदिर परिसर में मेला भी लगता है।
इतिहास
शास्त्रीनगर वार्ड में मां नवचंडी की मूर्ति महंत बाबा गंगाराम द्वारा 1984 में स्थापित की गई थी। यह मूर्ति उत्तरप्रदेश के बांदा जिले के पहाड़ से तराशकर लाई गई है। मूर्ति करीब साढ़े सात फीट की है। वर्ष 1991 में नवचंडी देवीधाम के मंदिर का उद्घाटन भजन गायक नरेंद्र चंचल व अन्य गणमान्यजन की उपस्थिति में किया गया था। तभी से यहां चैत्र नवरात्र पर मेला लगता आ रहा है। मेले में फिल्म स्टार नाइट का विशेष आयोजन होता है। यहां देशभर के क्षेत्रों से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देने के लिए कलाकार आते हैं।