नगर मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत औल्याकन्हार के अंतर्गत आने वाली ग्राम मुरलीखाम निवासी भूरेलाल पंचेश्वर का कच्चा मकान २२ नवंबर की शाम ७.३० बजे पूरी तरह से धराशायी हो चुका है और मकान धराशायी होने से गृहस्थी सहित अन्य सामग्री मिट्टी की दीवार व सडन में दब चुके है जिससे गरीब परिवार को लाखों रूपयों का नुकसान हुआ है। वहीं मकान धराशायी के दौरान परिवार के कुछ सदस्यों को मामूली चोटे भी आई है, अगर समय रहते परिवार के सदस्य मकान से बाहर नही निकलते तो बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता था। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मुरलीखाम निवासी भूरेलाल पंचेश्वर का कच्चा मकान है और मंगलवार की शाम करीब ७.३० बजे परिवार के सभी सदस्य खाना खाने के बाद सोने की तैयारी कर रहे थे इसी दौरान मकान के गिरने की आवाज आने पर परिवार के सभी सदस्य दहशत में आ गये और कुछ ही देर में मकान पुरी तरह से भरभरा कर गिर गया साथ ही परिवार के सदस्य भी अपने जान बचाते हुए मकान से बाहर निकल गये। अगर उक्त मकान रात ९ बजे के बाद गिरता तो परिवार के सभी सदस्य सो रहते तो बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता था परन्तु शाम करीब ७.३० बजे के आसपास मकान गिरने से परिवार के सभी सदस्य बाल-बाल बच गये। मकान धराशायी होने के दौरान अपनी जान बचाते हुए बाहर निकलते समय परिवार के तीन सदस्यों को हाथ, पैर, कमर में मामूली चोटे आई है परन्तु मकान में रखा समस्त गृहस्थी का सामान सहित एल ई डी टीवी, फ्रिज, कूलर, सिलाई मशीन, गैस सिलेंडर, चांवल, पढ़ाई के दस्तावेज सहित अन्य सामान दब चुका है। मुरलीखाम निवासी भूरेलाल पंचेश्वर का मकान धराशायी होने की जानकारी लगने के बाद बुधवार को सरपंच प्रतिनिधि ओपी बिसेन कोटवार, पंचगणों के साथ घटना स्थल पहुंचकर पटवारी को मकान धराशायी होने की सूचना देकर मुआवजा के लिए प्रकरण तैयार करने की मांग की है ताकि पीडि़त परिवार को मुआवजा मिल सके। वहीं मकान धराशायी होने से अब भूरेलाल पंचेश्वर के परिवार को रहने की लिए खासा परेशानी होगी क्योंकि पूरा मकान धराशायी हो चुका है एवं पीएम आवास योजना के तहत जो मकान का निर्माण किया जा रहा है वहां भी अधुरा है ऐसी स्थिति में परिवार के सामने रहने की विकट समस्या खड़ी हो गई है।
चर्चा में पीडि़त भूरेलाल पंचेश्वर ने बताया कि मंगलवार की शाम करीब ७.३० बजे परिवार के सदस्य खाना खाने के बाद सोने की तैयारी कर रहे थे तभी अचानक ऊपर से कुछ टुटकर नीचे गिरने की आवाज आने पर परिवार के सभी सदस्य बाहर निकल गये और मकान भरभरा कर गिर गया अगर यह हादसा रात ९ बजे के बाद होता तो उस समय परिवार के सभी सदस्य सो रहते तो बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता था परन्तु भगवान की कृपा से मकान शाम में गिरा जिस समय परिवार के साथ जाग रहे थे। मकान गिरने से पूरा गृहस्थी का सामान इलेक्ट्रिक उपहार, पेटी सहित अन्य सामग्री दब चुका है जिससे करीब ३ लाख रूपये का नुकसान हुआ है साथ ही यह भी बताया कि पीएम आवास का मकान स्वीकृत हुआ है जिसका निर्माण कार्य जारी है परन्तु बनने में समय लगेगा वर्तमान में रहने व खाने की परेशानी हो गई है इसलिए शासन-प्रशासन से मांग है कि मुआवजा प्रदान करेें।
चर्चा में लोकचंद पंचेश्वर ने बताया कि परिवार के सभी सदस्य मकान के अंदर थे इसी दौरान मकान अचानक धराशायी हो गया परन्तु जैसे-तैसे परिवार के सदस्य बाहर निकल गये नही तो परिवार के ६ सदस्य दब जाते और बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता है साथ ही यह भी बताया कि मकान धराशायी होने से खाने लेकर सभी सामान दब चुका है ऐसी स्थिति खाना बनाने से लेकर खाने की कोई व्यवस्था नही है जिससे परेशानी होगी, शासन-प्रशासन से मांग है कि सर्वे कर मुआवजा प्रदान किया जाये।