श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (एसएलसी) ने बल्लेबाज धनुष्का गुणातिलक पर ऑस्ट्रेलिया में लगे बलात्कार के कथित आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय एक कमेटी बनायी है। इस जांच समिति में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज न्यायमूर्ति सिसिरा रत्नायके, अधिवक्ता निरोशन परेरा और असेला रेकावा को शामिल किया गया है। एसएलसी ने कहा कि यह कमेटी धनुष्का पर लगे सभी आरोपों की जांच करेगी। धनुष्का विश्वकप के लिए श्रीलंकाई टीम में शामिल थे पर वह चोटिल होने के कारण अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किये गये थे। उनपर सिडनी में एक महिला ने जबरन संबंध बनाने के आरोप लगाये हैं। उसके बाद से ही वह ऑस्ट्रेलियाई जेल में बंद हैं। उनकी जमानत याचिका भी खारिज हो गयी है। वहीं श्रीलंकाई बोर्ड ने उनका अनुबंध समाप्त करते हुए उन्हें निलंबित भी कर दिया है।
एसएलसी ने कहा, ‘‘जांच समिति के रिपोर्ट सौंपने के बाद अगर किसी खिलाड़ी या अधिकारी के खिलाफ आधिकारिक कार्यों के दौरान गलत काम करने या लापरवाही की बात साबित होती है तो श्रीलंका क्रिकेट की कार्यकारी समिति उसके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी’’ श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि जांच समिति गुणातिलक के आचरण और अन्य घटनाओं को लेकर टीम मैनेजर से तुरंत स्पष्टीकरण मांगेगी क्योंकि टीम के एक अन्य खिलाड़ी पर भी ब्रिसबेन के एक कैसीनो में मारपीट के आरोप लगे हैं। 31 साल के बल्लेबाज गुणातिलक को सिडनी की स्थानीय अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया है। एसएलसी ने यह भी कहा है कि वह निष्पक्ष जांच करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई कानून-प्रवर्तन एजेंसियों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। वहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि गुणातिलका और महिला ऑनलाइन डेटिंग ऐप के जरिए पिछले कई दिनों से एक दूसरे के संपर्क में थे। इस खिलाड़ी को स्थानीय समयानुसार तड़के एक बजे सिडनी के एक होटल से गिरफ्तार किया गया। उस समय श्रीलंका की टीम स्वदेश जाने के लिए छह बजे की उड़ान पकड़ने के लिए हवाई अड्डा रवाना होने की तैयारी कर रही थी।