23 फरवरी को राजस्थान सरकार ने अपने कर्मचारियों की बंद की हुई पेंशन को दोबारा बहाल करने की हरी झंडी दिखा दी यह खबर सोशल मीडिया में थोड़ी देर में ही मध्य प्रदेश के रास्ते बालाघाट जिले के कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों तक पहुंच गई।
निश्चित ही मध्य प्रदेश के भीतर भी सरकारी कर्मचारी अधिकारी वर्षों से पेंशन की मांग कर रहे हैं ऐसे में राजस्थान सरकार का यह फैसला मध्य प्रदेश के कर्मचारियों के भीतर किसी टॉनिक से कम नहीं था जो इस बात की उम्मीद लगाए हुए हैं कि चुनाव के पहले सरकार पुरानी पेंशन बहाल कर देगी।
इस विषय पर जब हमने जिले के विभिन्न कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा की तो उन्होंने एक स्वर में यही कहा कि वर्षो से वह पुरानी पेंशन के लिए आंदोलित हैं, प्रदेश शासन के समक्ष समय-समय पर इस बात की मांग रख रहे हैं। इंतजार बस इस बात का है कि सरकार उनकी मांग को पूरा कर ले। वही पेंशन के लिए वर्षों से सरकार को टेंशन दे रहे कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश के मुखिया बहुत अधिक संवेदनशील है जल्दी वे भी राजस्थान की तरह मध्य प्रदेश के भीतर भी कर्मचारियों को पेंशन का तोहफा दे देंगे।