वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत झालीवाड़ा से बघोली कच्चा मार्ग बना हुआ है जिससे राहगीरों एवं ग्रामीणों को आवागमन करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जहां मार्ग में छोटे बड़े गढ्ढे हो गये है गिट्टी फत्थर बाहर आ गया है धूल के गुब्बारे उड़ते हुए नजर आ रहे हैं जिसका डामरीकरण कर पक्का मार्ग बनाने की मांग राहगीर और ग्रामीणों के द्वारा की जा रही है। यह मार्ग ग्राम झालीवाड़ा के राजघाट चौक के सामने से हीराटोला होते हुए ग्राम बघोली तक जाता है जो पूरी तरह कच्चा मार्ग है जहां से रोजाना विभिन्न ग्राम के लोग आवागमन करते हैं। ऐसे में किसी भी बड़े वाहन के आने जाने पर धूल के गुब्बारे उड़ाते हैं जिससे पैदल या मोटरसाइकिल से आने जाने वालों को समस्या का सामना करना पड़ता है जहां पर दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। जिसको देखते हुए इस मार्ग का निर्माण अति आवश्यक हो गया है।
मुख्य रूप से छात्र-छात्राओं के उपयोग का है मार्ग
ग्राम बघोली के लिए पक्के मार्ग बने हुए हैं परंतु बघोली से झालीवाड़ा के लिए कोई पक्का मार्ग नहीं है जबकि बघोली सहित अन्य पंचायत के ग्रामीण वारासिवनी के लिए इस कच्चे मार्ग का उपयोग करते हैं। तो वही मुख्य रूप से बघोली हीराटोला एवं अन्य ग्रामों के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में शिक्षा अध्ययन करने के लिए झालीवाड़ा आते हैं तो वही वारासिवनी कॉलेज के लिए भी इसी मार्ग का उपयोग करते हैं। जिन्हें आने जाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
दुर्घटना की बनी हुई है संभावना
यह मार्ग राजघाट चौक से प्रारंभ होकर हीराटोला और बघोली तक आता है जहां से छोटे बड़े वाहन से गणमान्य नागरिक ग्रामीणजन एवं छात्र-छात्रा आते जाते हैं। ऐसे में बड़े वहां आने पर धूल के गुब्बारे उड़ने से मोटरसाइकिल या साइकिल अनियंत्रित हो जाती है। तो वही मार्ग में गड्ढे और निकले हुए पत्थर के कारण भी वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं जिसके कारण लोगों को चोटिल होना पड़ता है और बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। परंतु बरसात के समय यह समस्या विकराल हो जाती है कीचड़ के कारण वाहन तो दूर पैदल चलना दुर्बल हो जाता है।
राहगीर सुखचंद पखाले ने बताया कि वह इस मार्ग से सप्ताह में दो से तीन बार आना-जाना करते हैं यह कच्चा मार्ग है जो मुरम का बना हुआ है। जहां पर छोटे-बड़े गड्ढे हो गए हैं उसके साथ ही गिट्टी भी बाहर आ गई है जिसके कारण हमारे जैसे आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह मार्ग सीधा लालपुर और रामपायली को जोड़ता है जो बघोली तब मुरम का है जिस पर समस्या सभी को होती है। यदि यह मार्ग पक्का बना दिया जाता है तो सभी लोग सुरक्षित आवागमन कर सकते हैं।
ग्रामीण रोहित पारधी ने बताया कि यह बघोली से झालीवाड़ा जोड़ने वाली सड़क है जो कच्ची सड़क है इसमें मुख्य रूप से बघोली हीराटोला सहित अन्य ग्राम के बच्चे झालीवाड़ा स्कूल और वारासिवनी कॉलेज जाते हैं। जिन्हें परेशानी होती है और सबसे ज्यादा समस्या बरसात में होती है जब पूरा कीचड़ हो जाता है साइकिल मोटरसाइकिल नहीं जा पाती है। अभी गर्मी में गड्ढे और धूल के गुब्बारे के साथ रोड पर पत्थर भी बाहर आ गए हैं जिससे साइकिल मोटरसाइकिल स्लिप होने की संभावना बनी रहती है यह मार्ग सीधा रामपायली के लिए निकलता है।
राहगीर सुरेंद्र ठाकरे ने बताया कि यह मार्ग कच्चा होना ही समस्या है इस मार्ग के माध्यम से झालीवाड़ा से बकेरा बाईपास मार्ग पड़ता है जहां पर बहुत ज्यादा गड्ढे हो गए है धूल मिट्टी उड़ रही है जिसे पक्की सड़क बनाई जानी चाहिए। इस दौरान कोई बड़ा वाहन जाता है तो धूल के गुब्बारे से सामने कुछ समझ नहीं आता तो गाड़ी खड़ी करनी पड़ती है और इस परिस्थिति में कभी-कभी मोटरसाइकिल स्लिप भी होती है। यहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत इसका पक्का निर्माण किया जाना चाहिए करीब 2 किलोमीटर की सड़क है ताकि लोग सुरक्षित आगमन कर सके।
इनका कहना है
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि यह मार्ग 2 किलोमीटर से अधिक लंबा है जो पंचायत स्तर से बनाया जाना संभव नही है। जिसे पीडब्ल्यूडी में शामिल करने के लिए कार्यवाही की जा रही है ताकि पीडब्ल्यूडी के माध्यम से उक्त मार्ग का निर्माण किया जा सके।