वारासिवनी मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्र में सोमवार-मंगलवार की रात में तेज बादल गरज के साथ झमाझम बारिश हुई जिससे नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र तरबतर हो गया और इस बारिश से किसानों को काफी राहत मिली है साथ ही नदी, नालों में भी बाढ़ आ गई है एवं खेतों में भी पर्याप्त पानी हो गया है।
मंगलवार की रात में हुई तेज बारिश से वारासिवनी-लालबर्रा मार्ग पर स्थित टोण्डया नाले के उपर से २-३ फीट पानी बह रहा है। उसके बावजूद भी राहगीर, यात्री, विद्यार्थी अपनी जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे है।
वही यात्री बस, स्कूल बस चालक भी यात्री एवं बच्चों के जान को जोखिम में डालकर बस पार करवाया गया।
एमबीएल कंपनी द्वारा विगत वर्ष पूर्व वारासिवनी-लालबर्रा मार्ग का निर्माण कार्य करवाया गया है और मार्ग की उंचाई तो उक्त कंपनी द्वारा बढ़ा दी गई है लेकिन पुल की उंचाई नही बढ़ाई गई जिसके कारण लगातार २ से ३ घंटे तेज बारिश होने के बाद टोण्डया नाले के उपर से पानी बहने लगता है और आवागमन बाधित हो जाता है।
बुधवार को दोपहर बाद आवागमन बाधित हो गया जिसके बाद से लालबर्रा, नेवरगांव, खमरिया एवं वारासिवनी आने-जाने वाले यात्री, विद्यार्थी एवं राहगीरों को सरण्डी एवं गर्रा होते हुए आना पड़ा इस दौरान उन्हे काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।
ग्रामीणजन, राहगीर व यात्रियों ने शासन-प्रशासन टोण्डया नाले की उंचाई बढ़ाने की मांग की है ताकि उक्त समस्या से निजात मिल सके।