डबल मनी के मामले में विद्वान अदालत में हुई सुनवाई

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अपर सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी की अदालत में जिले के बहुचर्चित डबल मनी स्कैम की सुनवाई के चलते 14 सितंबर को इस मामले में सुनवाई हुई। इस दौरान इस मामले के मुख्य आरोपी सोभेन्द्र कनकरायने विद्वान अदालत में अनुपस्थित रहे। शासन की ओर से 1 गवाह के बयान कराए एवं हेमराज आमडारे के विपक्षी गवाह अदालत में अनुपस्थित रहा। 14 सितंबर को डबल मनी के इस मामले में आरोपी तमेश मंसूर,राकेश मंसूर,प्रदीप कनकरायने सहित हेमराज आमादारे,रामचंद कलबेले,राहुल बापुरे एवम ललित उपस्थित हु थे। द बेनिंग ऑफ इरेगुलेटेड डिपोजिट मनी स्कैम ,2019 की दफा इक्कीस तीन,420,406,120 बी के तहत आज ट्रायल प्रारंभ हुआ । जिसमे द्वितीय साक्षी के रूप में न्यायालय में सियालाल नागेश पिता तिजूलाल नगेश निवासी पालडोंगरी ने अपने बयान दर्ज करवाए। आरोपियों की ओर से पैरवी अधिवक्ता प्रवेश मालेवार,इंद्रजीत भोज,ने की जबकि अभियोजन की ओर से प्रभारी जिला लोक अभियोजन अधिकारी कपिल डहरिया ने पैरवी की । इस मामले की सुनवाई के दौरान मेले परिसर में पुलिस बल तैनात तैनात रहा और न्यायालय के सामने से गुजरने वाले मार्ग को काली पुतली चौक और जयस्तंभ चौक में बैरिकेड स्टॉपर लगाकर पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया था। मामले की सुनवाई होने के बाद बेरीगेट स्टॉपर हटाकर आवाजाही चालू की गई

अदालत में पुलिस सुरक्षा में पेश किए गए हेमराज

ज्ञात हो कि 13 सितंबर को ग्राम बोले गांव में डबल मनी के मामले के आरोपी हेमराज आमाडारे के निवास में निवेशकों की लगी भीड़ और उसके घर में घेराव करने को लेकर 14 सितंबर को इस मामले की सुनवाई के दौरान न्यायालय परिसर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था तथा जय स्तंभ चौक से काली पुतली चौक पर बैरिकेड लगाकर वाहनों की आवाज आई पर रोक लगा दी गई थी ।लांजी पुलिस ने हेमराज हमारे को पुलिस सुरक्षा के बीच न्यायालय पेश किया गया और सुनवाई होने के बाद लांजी पुलिस हेमराज को अपने वाहन से ही उसके घर ले गई ।बताया जा रहा है कि 13 सितंबर की घटना को लेकर लांजी पुलिस ने हेमराज आमाडारे के घर ग्राम बोलेगांव में पुलिस बल तैनात किया है।

मेरा किडनैप नहीं किया गया- हेमराज

पिछले दिनों लांजी के ईश्वर उमरे द्वारा हेमराज आमाडारे का किडनैप किए जाने का आरोप लगा गया था। हेमराज आमाडारे ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उसका किसी ने किडनैप नहीं किया। वह अपनी सुरक्षा के लिए बाहर जा रहा था। अपने आदमी को घर की देख रेख करने के लिए रखा था लांजी वाले ईश्वर उमरे ने गलत आरोप लगाया है। नान्हो कावरे और कुमार कावरे ने उसका किडनैप नहीं किए हैं जबकि वह नान्हो कावरे को पहचानता ही नहीं हु।

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