बालाघाट(पदमेश न्यूज़)
नगर के शहीद चंद्रशेखर आजाद स्टेडियम में बनाए जा रहे हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान का काम साढ़े 3 वर्ष बाद अब भी अधूरा है।जिसके 30 नवंबर तक पूरा करने की बात विभाग के जिम्मेदारों द्वारा कहीं जा रही है। लेकिन मैदान के हालात पर गौर किया जाए तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता कि 30 नवंबर तक एस्ट्रोटर्फ का कार्य पूरा कर अन्य व्यवस्थाएं बना ली जाएगी। वहीं कलेक्टर मृणाल मीणा द्वारा पिछले दोनों दी गई 15 दिसंबर की अंतिम डेडलाइन पर भी कार्य पूरा होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है ऐसे में एक बार फिर जनवरी 2025 के प्रथम सप्ताह में आयोजित होने वाले हॉकी के महाकुंभ ऑल इण्डिया गोल्ड कप हॉकी टूर्नामेंट पर संकट के बदल नजर आने लगे हैं।
जुबली वर्ष पर भी नही हो सकी प्रतियोगिता
आपको बताए की जिलेवासियों का बरसो पुराना सपना एस्ट्रोटर्फ का कार्य पूरा होने में ठेकेदार व प्रशासन की सुस्त कार्यप्रणाली के चलते देरी हो रही है। जिला हॉकी संघ व नेहरू सपोर्टिंग क्लब द्वारा अखिल भारतीय स्वर्ण कप हॉकी टूर्नामेंट का वर्ष 2024 गोल्डन जुबली वर्ष होने से आयोजन भव्य रूप से टर्फ मैदान में कराने की तैयारी थी। लेकिन वर्तमान में टर्फ मैदान के चल रहे निर्माण कार्य की गति को देखते हुये गोल्डन जुबली वर्ष में ऑल इण्डिया हॉकी टूर्नामेंट टर्फ में नही हो सका अब जनवरी में इस प्रतियोगिता के आयोजन की बात कही जा रही है।लेकिन वर्तमान समय मे चल रहे सुस्त कार्य को देखते हुए इसकी भी उम्मीद कम होती नजर आ रही है।
3 वर्षो से नही हुआ ऑल इण्डिया हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन
ज्ञात हो कि जिले में हॉकी खिलाड़ी स्वर्गीय नारायणसिंह की स्मृति में आयोजित ऑल इण्डिया गोल्ड कप हॉकी टूर्नामेंट देश में दूसरे स्थान पर हैं। इस टूर्नामेंट को देखने जिले सहित अन्य जिलों के हॉकी प्रेमी भी बड़ी संख्या में पहुंचते है। इस आयोजन को लेकर जिलेवासी बेसब्री से इंतजार करते है। लेकिन कोरोना व टर्फ मैदान निर्माण कार्य प्रारंभ होने से गत तीन वर्ष से ऑल इण्डिया हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन नहीं हो पा रहा है। जिससे हॉकी के प्रति भी लोगों में रूझान कम होते जा रहा है। जिला हॉकी संघ द्वारा हॉकी के प्रति लोगों में रूचि व उत्साह बनाये रखने को लेकर कुछ माह पूर्व रेंजर कॉलेज मैदान में सेवन ए साइड हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था। वहीं हर बार की तरह इस बार भी वर्ष 2024 में टर्फ मैदान में हॉकी का महाकुंभ भव्य रूप से आयोजित किए जाने की बात कही गई थी। लेकिन ऐसा नही हो सका।
अंतिम डेडलाइन खत्म होने में महज 25 दिन शेष
मैदान निर्माण में हो रही लेट लतीफी के चलते अब जनवरी में यह प्रतियोगिता होने की बात कही जा रही है।वही कलेक्टर श्री मीणा द्वारा 15 दिसंबर की अंतिम डेडलाइन निर्धारित कर दी गई है।जहा डेडलाइन खत्म होने को महज 25 दिन शेष रह गए है।लेकिन वर्तमान समय में चल रहे कच्छप गति के कार्य को देखते हुए ऐसा लगता ही नहीं की इस डेडलाइन के पूर्व मैदान में टर्फ का कार्य पूरा हो पाएगा और लोगों को स्वर्ण कप प्रतियोगिता देखने मिलेगी।
कई बार दी जा चुकी है अंतिम डेडलाइन
यूं तो इस हॉकी मैदान को संवारने की कई बार घोषणाएं और कई बार अंतिम तारीख जारी की जा चुकी है। लेकिन अब तक ना तो अंतिम तारीख पूरी हो पाई है और ना ही पूर्व में की गई घोषणाओं को अमल में लाया गया है।बता दें कि ठेकेदार को मैदान तैयार करने की जो पूर्व में भी निर्धारित तिथि दी गई थी उसकी भी समयावधि समाप्त हो गई थी। जिसमें ठेकेदार द्वारा मैदान की डिजाइन व नक्शा में परिवर्तन किये जाने को लेकर विलंब होना बताया गया था। लेकिन वर्तमान समय में भी निर्धारित समयावधि को देखते हुए कार्य पूर्ण नहीं किया जा रहा है। जिससे हॉकी खिलाडिय़ों व खेल प्रेमियों में मायूसी व नाराजगी बनी हुई है। वही कार्य की गति को देख ऐसा बिल्कुल भी नही लगता कि इस माह के अंत तक यह कार्य पूरा हो जाएगा।मतलब साफ है कि इसके बाद फिर से टर्फ मैदान को लेकर नई तारीख दी जाएगीं।
मार्च 2021 में शुरू हुआ था निर्माण आज तक नही हुआ पूरा
बताया जाता है कि वर्षो की प्रतिक्षारत हॉकी मैदान को टर्फ मैदान में बदलने की मांग पूरी होने पर 10 मार्च 2021 को 7.26 करोड़ से लागत से बनने वाले इस मैदान का निर्माण पूर्व मंत्री एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन के मुख्य आतिथ्य, आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे की अध्यक्षता और तत्कालीन नपाध्यक्ष अनिल धुवारे सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों के आतिथ्य में शरू किया गया।जो वर्ष 2022 में पूरा हो जाना था।लेकिन यह कार्य विभिन्न कारणों के चलते वर्ष 2024 तक पूरा होता नजर नही आ रहा है।इसके लिए जिलेवासियों को वर्ष 2025 तक का इंतेज़ार करना पड़ सकता है।
ये मुख्य कार्य अब भी अधूरे
बात अगर वर्तमान समय की करें तो वर्तमान समय में ऐसे कई कार्य है जो अभी अधूरे पड़े हैं इसमें अभी टर्फ बिछाने के लिये मैदान का बेस पूरी तरह से तैयार नही हुआ है और पानी निकासी के लिये पाइप लाईन भी नहीं डाली गई है।मैदान के कुछ हिस्से को प्लेन कर डामरीकरण किया गया है जो अब भी अधूरा है। टर्फ मैदान तैयार होने में हो रही काफी देरी के चलते जिले के खेल प्रेमी दर्शकों व हॉकी खिलाडिय़ों में प्रशासन व संबंधित ठेकेदार के प्रति काफी नाराजगी बनी हुई है। इसके अलावा ऐसे अनेक कार्य हैं जो अब भी अधूरे पड़े हैं जिन्हें किए बिना तरफ मैदान की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
कलाई का जादू नही दिखा पा रहे खिलाड़ी
उधर खेल मैदान के अभाव में हॉकी खिलाड़ी कलाई का जादू दिखाने से वंचित हो रहे हैं। बतादें कि मैदान के अभाव में खिलाड़ियों को प्रेक्टिस करने हर मोड़ पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में कई बार अवगत कराए जाने के बाद भी किसी प्रकार के कारगर कदम नहीं उठाए जा सके हैं।
30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा काम- चौरसिया
वही इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान जिला क्रीड़ा अधिकारी कृष्ण कुमार चौरसिया ने बताया कि मैदान में वि विस्टोंमिन, डामरीकरण और टर्फ लगाने का काम बच गया है नाली का निर्माण कराया जा चुका है ।बाउंड्री जाली लगाने का कार्य व भवन निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। जो कार्य शेष बच गया है उसको लेकर उन्होंने कल सोनकार कंपनी के पदाधिकारी से चर्चा की है। मैदान के में डामरीकरण का कार्य शुरू किया गया है। 30 नवंबर तक मैदान में टर्फ लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।