त्रिवेणी महादेव के पूजन से व्यक्ति जीवन-मरण के चक्र से होता है मुक्त

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शहर के श्रमिक क्षेत्र के नंदानगर स्थित त्रिवेणी महादेव मंदिर शिव भक्तों की आस्था का केंद्र है। यहां दर्शन पूजन के लिए नंदानगर, बजरंग नगर, भमोरी और रामनगर के निवासी बड़ी संख्या में आते हैं। मान्यता है कि त्रिवेणी महादेव के पूजन से व्यक्ति जीवन-मरण के चक्र से मुक्त होकर भक्त को कैलाश में स्थान प्राप्त होता है।इतिहास2100 वर्गफीट में यह शिव मंदिर बना हुआ है। मंदिर का निर्माण 70 वर्ष पहले हुआ था। पहले यहां नीम, पीपल और बरगद के पेड़ के नीचे चबूतरा बनाकर महादेव भगवान की स्थापना की गई थी। ढाई वर्ष पहले जीर्णोद्धार कर नवीन स्वरूप दिया गया। महादेव के साथ पवन पुत्र हनुमान, राम दरबार, दुर्गा माता, भगवान गणेश और परशुराम की मूर्तियां भी हैं। यहां प्रतिदिन भजन, पूजन और अर्चना के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है।

विशेषताएंइस मंदिर की विशेषता यहां स्थित पीपल, बरगद और नीम के पेड़ की त्रिवेणी है। भक्तों का मानना है कि शास्त्रों में उल्लेखित देवतातुल्य माने जाने वाले पेड़ इस स्थान पर हैं। इससे इस स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा का अनूठा आभा मंडल बनता है। भक्तों के मन को शांति प्रदान करते हैं। सोमवार को महादेव के जलाभिषेक के लिए भक्तों की कतार लगती है।

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