पुलिस थाना वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत थानेगांव के ग्रामीण 3 सितंबर की देर शाम थाने में पहुंचकर नशा मुक्ति समिति अध्यक्ष सीमा नागपुर और अन्य महिलाओं के द्वारा दबाव बनाकर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है। मामले में पुलिस के द्वारा जानकारी जुटाई जा रही है वही इस पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग भी पीड़ित पक्ष के द्वारा पुलिस के सामने प्रस्तुत की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम थानेगांव में नशा मुक्ति के तहत शराब का विक्रय बंद कर दिया गया है। ऐसे में ग्राम के युवक रूपेश बसेने नारबोद पर्व की संध्या में ग्राम के चौक पर खड़ा था। जिसे नशा मुक्ति समिति की महिलाओं के द्वारा किसके यहां शराब बिक रही है पता लगाने के लिए दबाव बनाया गया और वह जब जाने लगा और बात मीटिंग की आई तो ग्राम के भवन लिल्हारे नामक व्यक्ति को महिलाओं ने मारपीट कर दिया। जिसमें आक्रोशित ग्रामीण के द्वारा थाने में आकर शिकायत की गई है जो कार्यवाही की मांग कर थाने में उपस्थित है।
पीड़ित रूपेश बसेने ने बताया कि वह थानेगांव रहता है दुकान गया था उस दौरान गांव की लेडिस ने आकर कहा कि देख कर आ शराब कहां बिक्री की जा रही है और वह जबरदस्ती करने लगे। तो मैंने कहा कि शराब को मैं हाथ भी नहीं पकड़ता मैं घर जा रहा हूं तो फिर घर जाते समय रोक कर फिर बोला कि शराब देखकर आ सीमा नागपुर और उसके साथ कुछ महिलाएं थी। हम शराब को हाथ भी नहीं लगते हैं और वह देखने जाने के लिए बोल रहे थी तभी बाजू में दूसरे भैया को नाम बताओ कहकर मारपीट कर दिया।
भवन लिल्हारे ने बताया कि मैं अपने घर के सामने खड़ा था तभी वह महिला लोग आई और बोली कि शराब बेच रहा है तो मैं घर के अंदर देखने के लिए कहा सीमा नगपुरे और उसके साथ दो महिलाएं और थी। जिन्होंने मुझे मारपीट कर दिया फर्जी तरीके से जबकि घर में ना ही शराब मिली और ना हम शराब बेचते हैं यह एक प्रकार से जबरदस्ती की जा रही है।
ग्रामीण नरेंद्र साकरे ने बताया कि गांव का एक छोटा बालक चौक में खड़ा था तो महिलाओं ने आकर कहा शराब कहां बेची जा रही है पता कर और उसे बहुत परेशान किया। जब हम उसे मीटिंग के लिए ले जाने लगे तो भवन लिल्हारे को महिलाओं ने मार दी वह कुछ नहीं बोला। परंतु गांव के पुरुषों को नशा मुक्ति की आड़ में मारपीट करना ठीक नहीं है हम थाने में आए हैं। यह कल को किसी को भी मारपीट कर सकते हैं जबकि उन महिलाओं के साथ जो लड़का रहता है कृष्णा अटरे वह चौक पर गाली गलौज करता है उसे कोई कुछ नहीं बोलता है। हम एफआईआर करवाने आए हैं न्याय हमें मिलना चाहिए शराबबंदी एक अच्छी बात है परंतु किसी को भी मारपीट करना ठीक नहीं है। इनके ऊपर कार्यवाही होना चाहिए यह किसी भी बच्चों के हाथ में पव्वा पकड़ा कर मारपीट नहीं कर सकते है।
इनका कहना है
हम गांव में नशा मुक्ति के लिए घूम रहे थे तभी कुछ व्यक्तियों के द्वारा हमारे साथ मारपीट की गई है जिसमें हमें चोट आई है हमने किसी के साथ मारपीट नहीं करे है।